धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन हमारी परंपराओं और सामाजिक एकता को सुदृढ़ करते हैं: आचार्य
बूँखाल मेले में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
पौड़ी गढ़वाल/मुख्यधारा
पतंजलि योगपीठ के आचार्य बाल कृष्ण व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज विकासखण्ड खिर्सू के अंतर्गत बूंखाल मेले में प्रतिभाग करते हुए कालिंका देवी के दर्शन कर पूजा अर्चना की व क्षेत्र की खुशहाली की कामना की। मेले के दौरान श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर उन्होंने मंदिर के नव निर्माण का भूमि पूजन भी किया।
पतंजलि योगपीठ के आचार्य बाल कृष्ण जी ने इस अवसर पर कहा कि इस प्रकार के धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन हमारी परंपराओं और सामाजिक एकता को सुदृढ़ करते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि यह मेला काफी वर्षों से हर साल भव्य रूप में मनाया जाता है और इन्हें संरक्षित करना हमारा ध्येय है। कहा कि उत्तराखंड देवभूमि, पावन-पवित्र भूमि है। इस भूमि से ही दुनिया को योग, आयुर्वेद व आध्यात्म की ऊर्जा मिल रही है। कहा पतंजलि पहाड़ के विकास के प्रति संवेदनशील है। उत्तराखंड में रोजगार प्रदान करने में योगपीठ का योगदान 8 फीसदी है। उत्तराखंड के युवाओं को रोजगार देना 100 प्रतिशत लक्ष्य प्राथमिकता में रहता है। आचार्य बालकृष्ण ने क्षेत्र की जनता से भव्य व दिव्य बूंखाल कालिंका माता मंदिर के निर्माण में प्रत्येक व्यक्ति से आहूति देने का आह्वान किया। कहा पतंजलि योगपीठ मंदिर निर्माण को 51 लाख रुपये दान स्वरुप प्रदान कर रही है।
मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि बूंखाल कालिंका देवी मंदिर को ओर भव्य रूप में विकसित किया जायेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मंदिर में जाने वाले पैदल मार्ग को डबल पैदल मार्ग को ओर बेहतर बनाया जायेगा, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को आने-जाने में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पार्किंग व मंदिर के बाद बूंखाल में धर्मशाला व पुजारी आवास भी तैयार किए जाएंगे। कहा कि बूंखाल मेला हमारी आस्था व आध्यात्मिकता के साथ सांस्कृतिक विरासत है। मंदिर निर्माण में हर गांव से एक व्यक्ति ट्रस्टी रहेगा। क्षेत्र के प्रत्येक गांव का प्रत्येक परिवार पुण्य कार्य में आहूति देगा।
मेले में आचार्य बाल कृष्ण व मंत्री ने भंडारे का आयोजन कर भक्तजनों को प्रसाद का वितरण भी किया। मेले में सुरक्षा की दृष्टिगत रखते हुए पुलिस प्रशासन, आपदा प्रबंधन, राजस्व विभाग द्वारा पुख्ता इतंजाम किये थे। बूंखाल मेले में लोक गायिका हेमा नेगी करासी की प्रस्तुति पर दिनभर दर्शक खूब थिरके।
इस अवसर पर संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र सेठ, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. प्रवीण कुमार, तहसीलदार दिवान सिंह राणा, पूर्व प्रमुख द्वारीखाल महेंद्र राणा, पूर्व प्रमुख कल्जीखाल बीना राणा, पूर्व अध्यक्ष राज्य सहकारी संघ मातबर सिंह रावत, पूर्व डीसीबी अध्यक्ष नरेंद्र रावत सहित आदि उपस्थित थे।