बदलेगी तस्वीर : चार राज्यों के नतीजे लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) की लिखेंगे ‘पटकथा’, कल खुलेगा ईवीएम का पिटारा, बढ़ी धड़कनें
शंभू नाथ गौतम
कड़ाके की ठंड में सियासी तापमान गरमाया हुआ है। चुनाव नतीजों की तस्वीर साफ होने वाली है। ईवीएम का पिटारा खुलने जा रहा है। राजनीतिक दलों के नेताओं की धड़कनें बढ़ी हुई हैं। नतीजा चाहे किसी के पक्ष में क्यों न आए लेकिन सरकार बनाने के दोनों ओर से बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। इन चुनाव परिणामों की धमक लोकसभा चुनाव तक सुनाई देने वाली है। खास तौर पर भाजपा और कांग्रेस खेमे में हलचलें बढ़ी हुई हैं। सियासी और सत्ता की दृष्टि से 3 दिसंबर का दिन बेहद ही महत्वपूर्ण होने जा रहा है। एनडीए बनाम इंडिया के लिए पांच महीने के भीतर होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा है।
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रविवार को चार राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे का भाजपा कांग्रेस समेत सभी पार्टियों को बेसब्री से इंतजार है। मिजोरम में विधानसभा चुनाव की मतगणना सोमवार 4 दिसंबर को की जाएगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इन राज्यों के चुनाव परिणाम के अगले दिन सोमवार, 4 दिसंबर से संसद का शीतकालीन सत्र भी शुरू होने जा रहा है। इन चुनाव नतीजों का असर संसद के सदन में भी दिखाई देगा। राजनीतिक पार्टियों के साथ देश की जनता भी इन राज्यों के चुनाव परिणाम जानने के लिए उत्सुक है। चुनाव नतीजे से पहले एग्जिट पोल सामने आए हैं।
इस बार एक्जिट पोल भी मध्य प्रदेश और राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस में किसकी बनेगी सरकार कन्फ्यूजन में रहे। पांच राज्यों के चुनाव परिणाम निश्चित रूप से लोकसभा चुनाव को प्रभावित करेंगे। यह इस पर निर्भर करता है कि किस दल को जीत मिलती है। हो सकता है कि भाजपा को अपनी नीतियों मे सुधार करना पड़े या कांग्रेस को भी अपना एजेंडा बदलना पड़े। लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत की भविष्यवाणी बीजेपी को इन तीन हिंदी भाषी राज्यों में प्रमुख स्थिति में ला देगी। हालांकि, भगवा पार्टी के लिए मुख्य चिंता दक्षिण भारत में इसकी घटती उपस्थिति होगी, क्योंकि एग्जिट पोल में तेलंगाना में बीजेपी के खराब प्रदर्शन की भविष्यवाणी की गई है। वहीं सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं लेकिन साथ ही चुनाव नतीजों से पहले ही जोड़-तोड़ की राजनीति भी शुरू हो गई है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का कहना है, जनता का इंतजार खत्म होगा। लूट के लिए मशहूर राजस्थान की कांग्रेस सरकार से लोगों को मुक्ति मिलेगी। दावे और झूठे वादे उनकी पुरानी आदत है, बीजेपी सरकार बनाएगी। वहीं कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने विधानसभा चुनावों को लेकर कहा, मेरा पूरा विश्वास है कि राजस्थान में हमारी सरकार बनने वाली है। मैंने वहां बहुत समय बिताया है और जमीनी हकीकत देखी है। कल भाजपा को अपने शब्दों को वापस लेना पड़ेगा। बीजेपी को इतना ही आत्मविश्वास है तो रिसोर्ट पॉलिटिक्स की बेबुनियाद बातें क्यों कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का कहना है कि कल हमें पता चल जाएगा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान कहां खड़े हैं। हम 130 से ज्यादा सीटें जीतेंगे, बीजेपी बिजनेस करती है, राजनीति नहीं। चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को जारी किए जाएंगे। इससे पहले 5 राज्यों में एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ गए हैं। मध्य प्रदेश और राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस, दोनों पार्टियों में कांटे की टक्कर है। लेकिन इस बीच अब जोड़-तोड़ की राजनीति पर भी चर्चा तेज हो गई है।