(inflation) महंगाई डायन : भारत में फुटकर महंगाई पिछले 15 महीनों के सबसे शिखर पर, आंकड़े जारी
जून के मुकाबले खाने पीने की चीजों की कीमतों में भारी उछाल
मुख्यधारा डेस्क
भारत की रिटेल महंगाई (inflation) दर में जून के मुकाबले जुलाई में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। टमाटर समेत खाने-पीने की चीजों की कीमतों में तेज उछाल जारी है। महंगाई (inflation) का यह 15 महीने का उच्चतम स्तर है।
इससे पहले अप्रैल 2022 में महंगाई 7.79% रही थी। जिसके चलते जुलाई 2023 में खुदरा महंगाई दर ने फिर से बढ़कर लंबी छलांग लगाई है। जुलाई में खुदरा मुद्रा स्फीति बढ़कर 7.44 प्रतिशत हो गई, जो जून में 4.87 प्रतिशत थी।
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जुलाई में खुदरा महंगाई (inflation) दर आरबीआई के टोलरेंस बैंड के अपर स्लैब 6 फीसदी के दायरे से बाहर निकल गई है। जुलाई में हुई मॉनेटरी पॉलिसी मीटिंग की जानकारी देते हुए आरबीआई गवर्नर ने कहा था कि महंगाई को लेकर चिंता और अनिश्चितता अभी भी बरकरार है।
सांख्यिकी मंत्रालय ने खुदरा महंगाई दर को लेकर जो डेटा जारी किया है उसके मुताबिक जुलाई में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है।
जुलाई में खाद्य महंगाई दर 11.51 फीसदी रही है जो जून में 4.49 फीसदी रही थी। यानि एक ही महीने में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर में दोगुनी से ज्यादा उछाल देखने को मिली है। महंगाई का सीधा संबंध पर्चेजिंग पावर से है।
उदाहरण के लिए यदि महंगाई (inflation) दर 7% है, तो अर्जित किए गए 100 रुपए का मूल्य सिर्फ 93 रुपए होगा। इसलिए महंगाई को देखते हुए ही निवेश करना चाहिए। नहीं तो आपके पैसे की वैल्यू कम हो जाएगी। बता दें कि जून 2023 में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति दर 4.81 प्रतिशत रही है।
मई 2023 में भारत की रिटल महंगाई दर 4.25 फीसदी रही है। अप्रैल 2023 में भारत की खुदरा महंगाई दर 4.7 प्रतिशत थी। मार्च 2023 में भारत की रिटेल महंगाई दर 5.66 प्रतिशत थी।
फरवरी 2023 में भारत की रिटेल महंगाई दर 6.4 फीसदी थी। जनवरी 2023 में भारत की रिटेल महंगाई दर 6.52 फीसदी थी। दिसंबर 2022 में रिटेल महंगाई दर 5.72 फीसदी थी।
नवंबर 2022 में रिटेल महंगाई दर 5.88 फीसदी रही थी। अक्टूबर 2022 में महंगाई दर 6.77 फीसदी रही थी।
सितंबर 2022 में रिटेल महंगाई (inflation) दर 7.41 फीसदी रही थी।