97 वर्षीय पूर्व सैनिक की हुंकार से ऋषिकेश की राजनीति में नया भूचाल
ऋषिकेश/मुख्यधारा
रात के दस बजे देवप्रयाग की ठिठुरती ठंड से ऋषिकेश के सियासी पारे को सातवें आसमान पर पहुँचाते हुए वयोवृद्ध गौरव सेनानी रणाकोटी की कड़क आवाज़ देवप्रयाग की पहाड़ियों को चीरते हुये ऋषिकेश के गौरव सेनानियों तक पहुँच चुकी है।
पूर्व सैनिकों ने मास्टर जी के पक्ष में चुनावी बंकरों को मजबूत करते हुए विपक्षी किलों को ध्वस्त करने के लिये मोर्चा सँभाल लिया है। जिस तरह सैनिक युद्ध का बिगुल बजने के बाद विजयश्री के बाद ही बैरकों में लौटते हैं, उसी तरह गढ़वाल के लाल दिनेश चंद्र मास्टर जी के चुनावी शंखनाद को निर्णायक मोड़ तक पहुँचाने के बाद ही हम सब घर लौटेंगे। पहाड़ियों की अस्मिता का सवाल बना ये चुनाव पूरी शिद्दत व मजबूती के साथ लड़ा जायेगा।