देहरादून/मुख्यधारा
सहसपुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार कांग्रेस प्रत्याशी आर्येंद्र शर्मा को भारी जनसमर्थन मिलता हुआ दिखाई दे रहा है।
सहसपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी आर्येंद्र शर्मा क्षेत्रवासियों के बीच जाना-पहचाना चेहरा हैं। उन्होंने कोरोनाकाल में क्षेत्रवासियों की मदद करने में पूरा प्रयास किया था। यही कारण है कि वे जहां भी चुनाव प्रचार में जाते हैं, उन्हें बड़ा जनसमर्थन मिलता है।
क्षेत्रवासियों का कहना है कि उन्हें ऐसा विधायक के रूप में ऐसा प्रतिनिधि चाहिए, जो सर्वसुलभ हो। जिनके पास किसी भी समस्या लेकर जाने में कोई हिचक न हो। यही नहीं वे जनता के बीच लगातार जनसंपर्क बनाए रखें। आर्येंद्र शर्मा भी ऐसे नेताओं में शुमार हैं, जो सहसपुर क्षेत्रवासियों के बीच लगातार काम करते रहे हैं।
2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस ने किशोर उपाध्याय को विधानसभा चुनाव का टिकट दिया था। इससे आर्येंद्र शर्मा के समर्थक काफी नाराज हो गए थे और उन्हें निर्दलीय चुनाव लड़ाया गया था। हालांकि तब यहां से बाजी भाजपा के सहदेव पुंडीर मार ले गए थे।
आर्येंद्र शर्मा कहते हैं कि इस बार कांग्रेस पार्टी ने उन पर जो भरोसा जताया है, और जिस तरह से क्षेत्रवासियों को उन्हें समर्थन मिल रहा है, इसे देखते हुए वह बंपर मतों से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज उन्हें दुबरी, शेरपुर और रजोली क्षेत्रों में जनसभा के दौरान जिस तरह जनता का प्रेम व समर्थन मिला, यह उनके लिए प्रेरणा का काम कर रहा है। इसी तरह उन्हें विधानसभा क्षेत्र की कोनी कोनी में भारी जनसमर्थन प्राप्त हो रहा है।
उन्होंने कहा कि जनता अब भाजपा सरकार की हवाई घोषणाओं का सच जान चुकी है और इस बार अपने जन प्रतिनिधि का चुनाव वक्त जनता सिर्फ विकास को महत्व देगी।
आर्येंद्र शर्मा ने कहा कि उनके क्षेत्र के विकास को लेकर कई लक्ष्य हैं। जिनमें पेयजल परियोजना को स्वीकृत करवाकर गांव-गांव तक साफ पानी पहुंचाया जाएगा, जिन्हें पूरा किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इन दस वर्षों को दरकिनार करते हुए सिर्फ जुमले परोसे गए, मगर अब समय है, परिवर्तन का। वे जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना का प्रयास करेंगे और सहसपुर क्षेत्र में ठप पड़े विकास कार्यों को गति प्रदान करना उनकी प्राथमिकता होगी।