देहरादून। दून निवासी 11 गढ़वाल राइफल के हवलदार शहीद राजेंद्र सिंह नेगी आज हरिद्वार के गंगा तट पर पंचतत्व में विलीन हो गए। उनकी अंतिम यात्रा में जब लोगों ने ‘जब तक सूरज-चांद रहेगा, राजेंद्र तेरा नाम रहेगा’ के नारे लगाए तो आसमां गूंज उठा और लोगों के आंखों से अश्रुधाराएं बहती चली गई। इस दौरान शहीद को अंतिम सलामी देने भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा और उनकी अदम्य वीरता पर गर्व महसूस किया।
शहीद राजेंद्र सिंह नेगी का पार्थिव शरीर आज सुबह उनके अंबीवाला स्थित आवास पर अंतिम दर्शनों के लिए रखा गया था। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इसके अलावा अन्य विधायकों व सैन्य अधिकारियों ने भी शहीद नेगी को श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान सीएम ने कहा कि नेगी के परिजनों की सरकार की ओर से पूरी मदद की जाएगी और उनकी पत्नी की योग्यता के अनुसार प्रदेश सरकार उन्हें सरकारी नौकरी देगी।
बताते चलें कि स्वतंत्रता दिवस के दिन जम्मू कश्मीर बार्डर पर शहीद राजेंद्र नेगी का पार्थिव शरीर बर्फ में पाया गया था। वह 8 जनवरी 2020 को नियंत्रण रेखा पर बर्फ में फिसलने के कारण लापता हो गए थे।