इस साल तीन राज्यों के साथ होंगे जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव, निर्वाचन आयोग ने शुरू की तैयारी - Mukhyadhara

इस साल तीन राज्यों के साथ होंगे जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव, निर्वाचन आयोग ने शुरू की तैयारी

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इस साल तीन राज्यों के साथ होंगे जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव, निर्वाचन आयोग ने शुरू की तैयारी

मुख्यधारा डेस्क

आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर से शुक्रवार सुबह जब योगासन कर रहे थे तब उनके जेहन में जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव भी ट्रेंड कर रहा होगा। क्योंकि एक दिन पहले गुरुवार को पीएम मोदी ने श्रीनगर में आयोजित कार्यक्रम में विधानसभा चुनाव कराने को लेकर संकेत भी दिए थे। वहीं घाटी में विधानसभा चुनाव कराने को लेकर लंबे समय से तैयारी कर रही है। शुक्रवार को केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव कराने की तैयारी शुरू कर दी है। 20 अगस्त तक मतदाता सूची भी तैयार हो जाएगी।

चुनाव आयोग ने राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को लिखा है कि गुरुवार को चुनावी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूची के स्पेशल समरी रिविजन का कार्यक्रम दिया जाएगा। शुक्रवार को चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान केंद्रों के स्थानों को अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए उन्हें तर्कसंगत बनाने सहित स्पेशल समरी रिविजन एक्सरसाइज 25 जून से शुरू होगी। मतदाता सूची को 1 जुलाई की कटऑफ तारीख के साथ अपडेट किया जाएगा। चुनाव आयोग ने कहा कि चुनाव वाले राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में (हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर) ड्राफ्ट नामावली 25 जुलाई को प्रकाशित की जाएगी, जिसके बाद मतदाताओं के पास 9 अगस्त तक दावे और आपत्तियां दर्ज करने का मौका है।

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अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन तय कार्यक्रम के अनुसार 20 अगस्त तक किया जाएगा। 2018 में भंग होने के बाद से जम्मू-कश्मीर में कोई विधानसभा नहीं है। जबकि हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभाओं का कार्यकाल 11 नवंबर, 26 नवंबर और 5 जनवरी, 2025 को खत्म हो रहा है। यानी इससे पहले चुनाव करना होगा। उल्लेखनीय है कि 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म कर दिया गया था। साथ ही राज्य को 2 केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया था। इससे पहले यहां 2014 में आखिरी बार चुनाव हुए थे। 2018 में भाजपा और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की गठबंधन वाली सरकार गिर गई थी, क्योंकि भाजपा ने पीडीपी से अलायंस तोड़ लिया था।

सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर, 2023 में चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि सितंबर, 2024 तक हर हाल में जम्मू-कश्मीर में चुनाव करा लिए जाएं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी पिछले दिनों कहा था कि 30 सितंबर से पहले जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो जाएंगे। बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर की 5 सीटों में से जम्मू और उधमपुर सीट भाजपा के खाते में गईं। जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस को यहां 2 सीटें मिलीं। बारामूला सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों की 1,800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जल्द विधानसभा चुनाव होंगे और पूर्ण राज्य का दर्जा मिलेगा।

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उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मिला जनादेश का मैसेज स्थिरता का है। देश ने आज से 20 साल पहले अस्थिर सरकार का लंबा दौर देखा है। उस अस्थिरता और अनिश्चितता के कारण भारत के टेक ऑफ करने का जब दौर था, उस समय भारत को नुकसान हुआ। उस दौर को पीछे छोड़कर भारत स्थिर सरकार के नये दौर में प्रवेश कर चुका है। इससे हमारा लोकतंत्र और मजबूत हुआ है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैलाने वाले आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर के दुश्मनों को सबक सिखाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे।

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