सावन का आज पहला सोमवार, देशभर के शिवालयों में जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की उमड़ी भीड़
देहरादून/मुख्यधारा
आज से सावन का महीना शुरू हो चुका है और ये 19 अगस्त तक चलेगा। इसी के साथ कांवड़ यात्रा भी शुरू हो चुकी है। इस बार श्रावण मास में 5 सोमवार पड़ेंगे। सावन में 72 साल बाद दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है। इस बार सावन माह की शुरुआत और समापन दोनों ही सोमवार के दिन होंगे। ऐसा दुर्लभ योग 72 वर्ष पहले 27 जुलाई 1953 को बना था। साथ ही, इस बार सावन में 6 शुभ योगों का निर्माण भी हो रहा है।
सावन के पहले दिन ही सोमवार और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। इस योग में सावन का शुभारंभ होना बेहद शुभ माना जा रहा है। सर्वार्थ सिद्धि योग में सावन सोमवार का व्रत रखने से आपको शिवजी की विशेष कृपा प्राप्त होगी। सर्वार्थ सिद्धि योग में रुद्राभिषेक करने और व्रत करने से इच्छित व्यक्ति को अभीष्ट फल की प्राप्ति होगी। पहले सोमवार को प्रीति, आयुष्मान और सर्वार्थ सिद्धि योग भी सावन माह की शोभा बढ़ा रहे हैं। सावन में देश भर के शिव मंदिरों को बेहद सुंदर तरीके से सजाया गया है।
धार्मिक मान्यता है कि इस महीने में पड़ने वाले हर सोमवार को भगवान शिव की उपासना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं और सभी रोग-दोष से मुक्ति मिलती है। आज सावन के पहले दिन और पहले सोमवार पर शिवालयों में भगवान भोले की पूजा और जलाभिषेक के लिए भोले के भक्त सुबह से ही मंदिरों में लाइन में लगे हैं। वहां का माहौल मंदिर में लगे घंटों की आवाज के साथ हर-हर महादेव और बम-बम भोले के जयकारे गुंजायमान है। भक्तों में भोलेनाथ की पूजा को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिला। मंदिर के बाहर भी काफी रौनक नजर देखने को मिला। हर तरफ महादेव को चढ़ाए जाने वाले फूल-बेलपत्र, भांग-धतूरे आदि की दुकानें सजी हुई हैं।
वहीं 12 ज्योतिर्लिंगों में शामिल, उत्तराखंड के चारधाम और पंचकेदार में एक केदारनाथ धाम में आज सावन के पहले सोमवार पर भक्तों की धूम है। भारी बारिश के बावजूद भगवान केदारनाथ के भक्त रात से ही लाइन लगाकर अपने आराध्य के दर्शन और जलाभिषेक के लिए खड़े रहे और अपनी बारी आने पर भगवान की पूजा की।
सावन मास में भगवान शिव को जल चढ़ाने और ब्रह्म कमल का फूल अर्पित करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। सावन के महीने में सोमवार का व्रत रखना शुभ माना जाता है। जिन युवतियों की शादी नहीं होती वो अच्छे वर के लिए सावन के सोमवार का व्रत रखती हैं। जिन महिलाओं की शादी हो चुकी है वो अखंड सौभाग्य के लिए सावन के सोमवार का व्रत रखती हैं।
मान्यता है कि सावन के महीने में अगर उपवास रखा जाए और भगवान की आराधना की जाए तो जिंदगी में खुशहाली आती है और घर की आर्थिक तंगी भी दूर होती है। संतान सुख की प्राप्ति के लिए सावन के सोमवार का व्रत करें।
सावन के महीने में पड़ने वाले पांच सोमवार पर आप शिवलिंग की पूजा करें। भगवान को फल, फूल, मिठाई और कपूर चढ़ाएं। पूजा के बाद ही जलपान और फलाहार करें। सावन के महीने में पूजा करने से भगवान खुश होकर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।