देहरादून/मुख्यधारा
मइंगाई की मार झेल रहे प्रदेशवासियों पर किराये का बोझ भी बढ़ गया है। अब 23 प्रतिशत ज्यादा किराया चुका कर ही आपको सफर (Vehicle fare hiked in Uttarakhand) करना पड़ेगा। राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) की बैठक में नए किराये का निर्धारण कर लिया गया है।
सचिव एसटीए सनत कुमार सिंह के अनुसार राज्य परिवहन प्राधिकरण ने नई किराये दरें निधार्ररित कर ली हैं। इसके तहत अब सार्वजनिक यात्री वाहनों का किराया अब 23 प्रतिशत तक और ज्यादा महंगा (Vehicle fare hiked in Uttarakhand) हो गया है। अब बस-टैक्सियों का किराया 22 प्रतिशत तक बढ़ गया है। चारधाम यात्रा पर जाने वाली बसों के किराये में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके अलावा माल भाड़ा करीब 37 से 40 प्रतिशत तक महंगा हुआ है।
पर्वतीय मार्गों पर भी बढ़ा किराया
पर्वतीय मार्गों में सामान्य बसों में इससे पहले 150 पैसे प्रति किमी. की दर पर किराया दिया जाता था, लेकिन अब बढ़ी हुई दरों के अनुसार 183 पैसे प्रति किमी. के हिसाब से किराया चुकाना होगा।
इसी प्रकार मैदानी मार्गों में अब तक 105 पैसे प्रति किमी., जबकि अब 128 पैसा प्रति किमी. की दर से किराया देना पड़ेगा।
अब तक सामान्य बसों में देहरादून-दिल्ली का किराया 360 रुपए था, जो बढ़कर अब 442 रुपए हो गया था। इसी तरह देहरादून-चंडीगढ 295 रुपए था, जो अब 362 रुपए, देहरादून-लखनऊ जाने के लिए अब तक 735 रुपए देने पड़ते थे, किंतु अब 909 रुपए चुकाने होंगे। इसी प्रकार देहरादून से हल्द्वानी अब तक 430, जबकि इसके बाद 528, देहरादून-पिथौरागढ़ 820 से बढ़कर 1008, देहरादून से टनकपुर 725 से 891 और देहरादून से रानीखेत 600 की जगह अब लगभग 738 रुपए किराया देना पड़ेगा। इन सामान्य बसों के लगभग किराये में उत्तराखंड रोडवेज 20 फीसदी वृद्धि (Vehicle fare hiked in Uttarakhand)कर सकता है।
सिटी बस विक्रम, ऑटो व इलेक्ट्रिक बसों से सफर करना महंगा (Vehicle fare hiked in Uttarakhand)
इस प्रकार सिटी बस विक्रम, ऑटो व इलेक्ट्रिक बसों से सफर करना महंगा हो गया है।
देहरादून में सिटी बसों का न्यूनतम दर सात से बढ़ाते हुए नौ रुपए (Vehicle fare hiked in Uttarakhand) हो गई है। इसी तरह अंतिम गंतव्य तक पहुंचने तक का किराया पहले 40 रुपए हुआ करता था, जो अब तक बढ़कर 45 रुपए कर दिया गया है।