दृष्टि दिव्यांग छात्र सोहन दास ने किया NET उत्तीर्ण
नीरज उत्तराखंडी/पुरोला
परमार्थ विजय पब्लिक स्कूल दिव्यांग छात्रावास तुनाल्का में अध्ययनरत दृष्टि दिव्यांग छात्र सोहन दास ने राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) उत्तीर्ण कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह उपलब्धि न केवल उनकी कड़ी मेहनत और संकल्प शक्ति को दर्शाती है, बल्कि यह भी सिद्ध करती है कि यदि सही मार्गदर्शन, अवसर और आत्मविश्वास मिले, तो कोई भी बाधा सफलता की राह में रोड़ा नहीं बन सकती।
बचपन से ही बहुमुखी प्रतिभा के धनी सोहन दास बचपन से ही बहुमुखी प्रतिभा के धनी रहे हैं। वे न केवल पढ़ाई में उत्कृष्ट थे, बल्कि पत्रकारिता से लेकर हिंदी और अंग्रेजी कमेंट्री तक में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। उनकी आवाज़ और भाषा पर पकड़ ने उन्हें अलग पहचान दिलाई है।
उनका कहना है कि “सपने देखने हैं तो बड़े देखो और उन्हें साकार करने के लिए पूरे समर्पण और मेहनत से जुट जाओ।” उनकी यह सोच और आत्मविश्वास ही उन्हें इस मुकाम तक लेकर आया है।
विपरीत परिस्थितियों में भी हिम्मत नहीं हारी
सोहन दास की पारिवारिक स्थिति भी ठीक नहीं थी, लेकिन उन्होंने कभी भी इसे अपनी प्रगति में बाधा नहीं बनने दिया। आर्थिक चुनौतियों के बावजूद, उन्होंने अपने लक्ष्य को कभी नहीं छोड़ा और पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ते रहे। उनके संघर्ष और सफलता की यह कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिन परिस्थितियों से जूझ रहे हैं।
विजयलक्ष्मी जोशी की भूमिका शब्दों से परे
इस सफलता में विजय लक्ष्मी जोशी एवं वीरेंद्र दत्त जोशी की भूमिका को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता, क्योंकि उन्होंने न केवल इस विद्यालय की नींव रखी, बल्कि इसे दिव्यांग बच्चों के लिए एक सशक्त मंच भी बनाया। वे केवल एक शिक्षिका या संचालिका नहीं, बल्कि संस्थापक हैं, जिन्होंने इस नींव को मजबूती से खड़ा किया। उनके अथक प्रयासों और संकल्प का ही परिणाम है कि आज यहाँ के छात्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं।
सोहन की इस उपलब्धि पर सुरेन्द्र रावत (सदस्य दिव्यांग सलाहकार बोर्ड) ने भी खुशी जाहिर करते हुए शुभकामनाएं प्रेषित की।
सोहन दास ने यह साबित कर दिया कि शारीरिक सीमाएँ कभी भी ज्ञान और दृढ़ इच्छाशक्ति के आगे बाधा नहीं बन सकतीं। उनकी यह सफलता न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे विद्यालय, शिक्षकों और विशेष रूप से दिव्यांग समुदाय के लिए प्रेरणादायक है।
यह उपलब्धि यह भी प्रमाणित करती है कि Parmarth Vijay Public School अपने दिव्यांग छात्रों को शिक्षा के माध्यम से आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ा रहा है।
विद्यालय परिवार ने इस गौरवपूर्ण क्षण पर सोहन दास को हार्दिक बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उनका यह सफर अन्य छात्रों के लिए भी एक प्रेरणा बनेगा, जिससे वे अपने सपनों को साकार करने के लिए उत्साहित होंगे।
यह भी पढ़ें : स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत ने किया अहमदाबाद के चिकित्सा संस्थानों का भ्रमण