मुख्यधारा
अगले महीने 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए हलचल तेज हो गई है। आज विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एक बार फिर अहम बैठक की। विपक्ष की ओर से संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (yashvant sinha) के नाम पर सहमति बनी।
संयुक्त बयान में कहा गया कि यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति चुनाव के लिए सर्वसम्मति से विपक्षी दलों का उम्मीदवार चुना गया। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने विपक्ष की बैठक के बाद इस बात की घोषणा करते हुए कहा, ‘हमने (विपक्षी दलों ने) सर्वसम्मति से फैसला किया है कि यशवंत सिन्हा (yashvant sinha) राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के आम उम्मीदवार होंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रहे यशवंत सिन्हा (yashvant sinha) पिछले साल तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे। सिन्हा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं, लेकिन बाद में बीजेपी के नए नेतृत्व से मतभेदों के चलते साल 2018 में उन्होंने भाजपा छोड़ दी। पिछले कुछ सालों में वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन के धुर विरोधी रहे हैं। मौजूदा समय में यशवंत सिन्हा (yashvant sinha) तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सभा सांसद हैं।
इस बैठक में शामिल होने से पहले यशवंत सिन्हा (yashvant sinha) ने ट्वीट किया कि टीएमसी में उन्होंने मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दी, उसके लिए मैं ममता बनर्जी का आभारी हूं। अब एक समय आ गया है, जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हटकर विपक्षी एकता के लिए काम करना चाहिए। मुझे यकीन है कि पार्टी मेरे इस कदम को स्वीकार करेगी।
वहीं ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि मैं श्री यशवंत सिन्हा जी को आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए सभी प्रगतिशील विपक्षी दलों द्वारा समर्थित सर्वसम्मत उम्मीदवार बनने पर बधाई देना चाहती हूं। महान सम्मान और कुशाग्र बुद्धि के व्यक्ति, जो निश्चित रूप से हमारे महान राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मूल्यों को बनाए रखेंगे।
बता दें कि अगले महीने की 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं।