देहरादून। लॉकडाउन के कारण उत्तराखंड में जगह-जगह फंसे हुए लोगों की समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक दिन की राहत देने का फैसला लिया है। इसके लिए मंगलवार 31 मार्च को परिवहन को चालू किया जाएगा और लोग अपने घरों तक पहुंच सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह छूट मंगलवार सुबह 7 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक तक रहेगी। इस दौरान प्रदेशभर में दोपहिया व चौपहिया वाहनों को आने-जाने की छूट रहेगी। इसके अलावा दूसरे राज्यों से भी उत्तराखंड की सीमा तक वहां फंसे हुए लोग आ सकेंगे। हालांकि यह दूसरे राज्यों की व्यवस्था पर निर्भर करेगा कि वे वहां फंसे लोगों को उत्तराखंड की सीमा तक आने की सुविधा प्रदान करते हैं या नहीं। दुकानें खुलने का जो समय सुबह 7 से दोपहर एक बजे तक तय किया गया है, उस दिन भी वही रहेगा। मुख्यमंत्री की उच्चाधिकारियों के साथ लॉकडाउन को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।
उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड के सीमावर्ती राज्यों के क्षेत्रों तक इधर-उधर फंसे हुए लोगों को पहुंचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। उत्तराखंड के इस निर्णय से बाहरी राज्यों के लिए जाने वाले लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। यह व्यवस्था केवल राज्य के भीतर रहेगी।
दिल्ली व मुंबई में फंसे लोगों के लिए उत्तराखंड सदन ओपन
मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली में जो उत्तराखंडवासी फंस गए हैं, उनके लिए उत्तराखंड सदन ओपन कर दिया गया है। वहां उनके भोजन, मेडिकल आदि व्यवस्था है। इसी प्रकार मुम्बई में भी उत्तराखंड भवन को लॉकडाऊन में फंसे उत्तराखंड के लोगों के लिए ओपन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम दो तीन दिन में 500 चिकित्सकों की भर्ती करने जा रहे हैं। इससे हमारे यहां चिकित्सक पर्याप्त संख्या में हो जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि पेंशनरों के लिए जीवन प्रमाण पत्र और वाहन चालकों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस नवीनीकरण के लिए एक माह की छूट दी गई है।
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