याद आए अटल: पूर्व प्रधानमंत्री और युगपुरुष अटल बिहारी वाजपेयी की छठी पुण्यतिथि पर राजनीतिक दलों के तमाम नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
मुख्यधारा डेस्क
राजनीति जगत के आदर्श और युगपुरुष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी छठी पुण्यतिथि पर भाजपा समेत तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। राजधानी दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी स्मृति स्थल ‘सदैव अटल’ पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पीएम के अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ समेत कई नेताओं ने भी पूर्व पीएम को नमन किया। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, पीयूष गोयल और गिरिराज सिंह ने भी ‘सदैव अटल’ स्मारक पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुण्यतिथि पर अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। देश के प्रमुख नेताओं में शुमार और भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद 16 अगस्त, 2018 को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया था। वह उस समय 93 वर्ष के थे।
वाजपेयी ने तीन बार प्रधानमंत्री के पद पर देश की सेवा की। 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अटल जी का जन्म हुआ था। अटल बिहारी वाजपेयी दशकों तक भाजपा का बड़ा चेहरा थे और पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने बतौर पीएम कार्यकाल पूरा किया। उन्होंने 1977 से 1979 तक प्रधानमंत्री मोराजी देसाई के मंत्रिमंडल में भारत के विदेश मंत्री के रूप में भी काम किया। 16 अगस्त 2018 को दिल्ली के एम्स अस्पताल में उनका निधन हो गया।
यह भी पढ़ें : श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने धूमधाम से मनाया स्वतंत्रता दिवस
अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे हैं। सबसे पहले 1996 में 13 दिनों के लिए वह प्रधानमंत्री बने थे। बहुमत साबित नहीं कर पाने की वजह से उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।
दूसरी बार वे 1998 में प्रधानमंत्री बने। सहयोगी पार्टियों के समर्थन वापस लेने की वजह से 13 महीने बाद 1999 में फिर आम चुनाव हुए। 13 अक्टूबर 1999 को वे तीसरी बार प्रधानमंत्री बने। इस बार उन्होंने 2004 तक अपना कार्यकाल पूरा किया।
बता दें देश उनके जन्मदिन (25 दिसंबर) को को ‘सुशासन दिवस’ के रूप में मनाता है। उन्हें 2014 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।