देहरादून। उत्तराखंड के इतिहास में संभवतः पहली बार किसी सचिव ने एक अनुभाग के सभी कार्मिकों को एक साथ हटाने की संस्तुति के साथ सचिवालय प्रशासन विभाग को लौटा दिया है। इस फैसले से सचिवालय में चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया।
लोक निर्माण विभाग के सचिव आरके सुधांशु ने अपने एक पत्र से शासन व्यवस्था को चौंका दिया। उन्होंने लोक निर्माण अनुभाग-1 में तैनात अनुसेवक, समस्त समीक्षा अधिकारियों और अनुभाग अधिकारी को एक साथ सचिवालय प्रशासन विभाग में समर्पित कर दिया।
उत्तराखंड के इतिहास में संभवतः यह पहला मामला है, जब किसी विभागीय सचिव ने किसी एक अनुभाग के समस्त कार्मिकों को एक साथ हटाने की संस्तुति के साथ सचिवालय प्रशासन विभाग को वापस कर दिया। माना जा रहा है कि विगत दिनों अभियंताओं की पदोन्नति के लिए डीपीसी के समक्ष कुछ को लाभ पहुंचाने के लिए तथ्य छुपाए गए और ऐसे अभियंताओं को भी पदोन्नति मिल गई, जिनके विरुद्ध विभागीय जांच प्रचलित थी या जो विभिन्न प्रकार की अनियमितताओं के मामले में आरोपी या कार्यवाही की जद में थे।
अभियंताओं को विभागीय जांच व कार्यवाही का भय दिखाकर उत्पीड़न के आरोप भी चर्चा का विषय रहे हैं। हालांकि ऐसे कथित मामलों के असली किरदार अभी पर्दे के पीछे बताए जा रहे हैं। सचिवालय प्रशासन विभाग ने फिलहाल अनुभाग में तीन समीक्षा अधिकारियों की तैनाती कर दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि सचिव का सफाई अभियान आगे किस सीमा तक जारी रहेगा?