पीएम जस्टिन ट्रूडो के नए फरमान के बाद भारतीयों का कनाडा में नौकरी करना नहीं होगा आसान

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पीएम जस्टिन ट्रूडो के नए फरमान के बाद भारतीयों का कनाडा में नौकरी करना नहीं होगा आसान

मुख्यधारा डेस्क

कनाडा में चुनाव से पहले प्रधानमंत्री जस्टिस ट्रूडो ने नया फरमान जारी किया है। इस आदेश के मुताबिक अब कनाडा में भारतीयों समेत विदेशियों को अस्थायी नौकरी करना आसान नहीं होगा। पीएम जस्टिन ट्रूडो के इस नए फैसले के बाद कनाडा में भारतीयों के लिए मुसीबत बढ़ा दी है।

बता दें कि भारतीयों के लिए कनाडा नौकरी और पढ़ाई के लिए अच्छा माना जाता है। पीएम के नया आदेश का असर कनाडा में काम करने वाले हजारों विदेशियों पर पड़ेगी जिनमें भारतीय भी शामिल हैं। हर साल काफी संख्या में भारतीय छात्र कनाडा जाते हैं। ऐसे में पढ़ाई के साथ अस्थाई नौकरी का सपना देखने वाले भारतीयों को इस फैसले से बड़ा झटका लगा है।

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जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को घोषणा की कि कनाडा में अस्थायी नौकरी करने वाले विदेशियों की संख्या कम की जाएगी। इस फैसले का सीधा असर वहां, काम कर रहे भारतीय युवाओं पर पड़ेगा। बड़ी तादाद में भारतीय छात्र वहां जनजीवन व्यापन के लिए नौकरी करते हैं।

पीएम जस्टिन ट्रूडो ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा, ‘हम कनाडा में कम वेतन वाले अस्थायी विदेशी श्रमिकों की संख्या कम कर रहे हैं। देश का लेबर मार्केट काफी बदल गया है। अब समय आ गया है कि हमारी कंपनियां कनाडाई श्रमिकों और युवाओं को ज्यादा से ज्यादा नौकरियां दें।

नए नियमों में कम वेतन वाली नौकरियों के लिए परमिट दो साल से घटाकर केवल एक साल के लिए जारी किए जाएंगे। कृषि, स्वास्थ्य देखभाल और निर्माण क्षेत्रों को छूट रहेगी। इससे किसी एक नियोक्ता द्वारा काम पर रखे जा सकने वाले अस्थायी विदेशी श्रमिकों की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत से घटकर 10 प्रतिशत के पर आ जाएगी। नए अस्थायी विदेशी कर्मचारी नियम 26 सितंबर से प्रभावी होंगे।

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रिपोर्ट के मुताबिक अगस्त 2024 के आखिरी तक कनाडा में भारतीयों की संख्या 20 लाख तक पहुंच जाने की उम्मीद है। कनाडा में ज्यादातर विदेशी भारतीय सिख हैं जो वहां पर छोटे-मोटे कारोबार और कंपनियों में काम करते हैं।

कनाडा में बीते कुछ वर्षों में विदेशियों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है। कनाडा में बढ़ती आबादी के साथ बेरोजगारी में भी वृद्धि हुई है। देश में तेजी से रोजगार और आवासीय संकट बढ़ रहा है। देश के इमिग्रेशन मिनिस्टर मार्क मिलर ने हाल ही में इस ओर इशारा करते हुए कहा है कि प्रवासन नियम कनाडाई लोगों के लिहाज से होने चाहिए, क्योंकि नौकरियां लगातार कम हो रही हैं। इसके लिए हम सभी जरूरी कदम उठाएंगे।

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