देहरादून जनपद में कोई भी बालिका धन की कमी से नहीं रहेगी शिक्षा से वंचित : DM बंसल

admin
d 1 4

देहरादून जनपद में कोई भी बालिका धन की कमी से नहीं रहेगी शिक्षा से वंचित : DM बंसल

  • गरीब, अनाथ एवं असहाय बच्चों को स्नातक एवं कौशल शिक्षा देने को डीएम ने उठाया बीड़ा
  • बालिका शिक्षा एवं कौशल विकास कार्ययोजना (SOP) बनाई

देहरादून/मुख्यधारा

जिलाधिकारी सविन बंसल ने गरीब अनाथ असहाय बालिकाओं स्नातक एवं कौशल शिक्षा की जिम्मेदारी उठाते बालिकाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। जिलाधिकारी द्वारा जिला टास्क फोर्स की बैठक में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अन्तर्गत गरीब, अनाथ एवं असहाय तथा अन्य विषम परिस्थितियों में अध्ययन कर रही बालिकाओं को न्यूनतम् स्नातक स्तर तक शिक्षित करने एवं कौशल शिक्षा प्रदान करते हुए रोजगार से जोड़ने के लिए योजना बनाने हेतु निर्देश दिए गए थे।

टास्क फोर्स के समस्त सदस्यों द्वारा अग्रिम कार्यवाही किये जाने की सहमति के क्रम में गरीब, अनाथ एवं असहाय तथा अन्य विषम परिस्थितियों में अध्ययन कर रही बालिकाओं को न्यूनतम स्नातक स्तर तक शिक्षित किये जाने एवं कौशल शिक्षा प्रदान करते हुए रोजगार से जोड़ने हेतु कार्ययोजना निर्धारित की गई है।

यह भी पढ़ें : बजट 2025 : केंद्र सरकार ने बजट में मध्यम वर्ग को टैक्स में बड़ी छूट के साथ किसान-महिला और यूथ पर विशेष फोकस रखा, जानिए बजट कैसा रहा

बालिकाओं का चयन जनता दरबार एवं बहुद्देशीय शिविरों में,जनपद में विभिन्न सरकारी कार्यालयों के माध्यम ये प्राप्त प्रार्थना पत्र,जिला प्रोबेशन अधिकारी एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी के अधीन बालिका गृहों में निवासरत बालिकायें, जनपद की समस्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ती के माध्यम से सर्वे के आधार पर किया जाएगा।

प्राप्त प्रार्थना पत्रों का सत्यापन सम्बन्धित बाल विकास परियोजना अधिकारी के माध्यम से करवाकर तथा बालिकाओं से सम्बन्धित आवश्यक अभिलेख प्राप्त करते हुए बालिकाओं की जायेगी।

समिति बालिकाओं के आर्थिक सहायता प्राप्त करने हेतु पात्र होने के आशय के प्रमाण पत्र के साथ बालिकाओं की अनन्तिम सूची जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय को प्रेषित करेगी। पात्र बालिकाओं का अन्तिम चयन एवं अनुमोदन :- समिति द्वारा प्राप्त पात्र बालिकाओं की प्रमाणित सूची जिला कार्यक्रम अधिकारी संकलित कर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति के सम्मुख अन्तिम रूप से चयन एवं आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु अनुमोदनार्थ प्रस्तुत की जायेगी।

यह भी पढ़ें : दिल्ली विधानसभा चुनाव : चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन, सभी पार्टियों ने झोंकी ताकत, 5 फरवरी को होगी वोटिंग

बालिकाओं की शिक्षा हेतु आर्थिक सहायता :- जिला टास्क फोर्स की संस्तुति एवं अनुमोदन के पश्चात् उक्त आर्थिक सहायता शिक्षण शुल्क के रूप में सम्बन्धित विद्यालय / संस्थान के बैंक खाते में ऑनलाईन माध्यम से अन्तरित की जायेगी तथा पुस्तक, ड्रेस इत्यादि अन्य व्यय हेतु धनराशि बाल विकास परियोजना अधिकारी की आख्यानुसार बालिका को सीधे ऑनलाईन माध्यम से अन्तरित की जायेगी।

समस्त चयनित बालिकाओं का विद्यालय में पुनः प्रवेश सम्बन्धित क्षेत्र की सुपरवाइजर द्वारा स्वंय करवाया जायेगा तथा इस आशय का प्रमाण-पत्र सम्बन्धित विद्यालय / संस्थान से प्राप्त कर बाल विकास परियोजना अधिकारी के माध्यम से जिला कार्यक्रम अधिकारी को प्रेषित किया जायेगा।

बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा सम्बन्धित सुपरवाईजर के माध्यम से बालिका के अध्ययनरत होने सम्बन्धित सत्यापन त्रैमासिक करवाते हुए आख्या जिला कार्यक्रम अधिकारी को प्रेषित की जाएगी।
समस्त व्यय बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अन्तर्गत प्राप्त बजट लिमिट एवं सी०एस०आर० से किया जायेगा।

यह भी पढ़ें : सूबे की गर्भवती महिलाओं में कम होगा एनीमिया जोखिम : डॉ. धन सिंह रावत

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

एसजीआरआरयू की एनसीसी कैडेट आकृति रावत ने गणतंत्र दिवस पर बढ़ाया प्रदेश का मान

एसजीआरआरयू की एनसीसी कैडेट आकृति रावत ने गणतंत्र दिवस पर बढ़ाया प्रदेश का मान श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने 51 हजार का चेक प्रदान कर किया सम्मानित शाबाश आकृतिः हमें आप पर […]
s 1 1

यह भी पढ़े