30 अप्रैल से शुरू होगी चार धाम यात्रा शुरू
चार धाम यात्रा के लिए 28 अप्रैल से श्रद्धालु ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे, अलग-अलग शहरों में 65 काउंटर खोले जाएंगे
देहरादून/मुख्यधारा
12 दिन बाद 30 अप्रैल को उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की शुरुआत होने जा रही है। चार धाम यात्रा को लेकर धामी सरकार की तैयारी अंतिम चरणों में है। अभी तक चार धाम यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं। अब 10 दिन बाद ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू होने जा रहे हैं। पर्यटन विभाग ने इस वर्ष 20 मार्च से आधार कार्ड आधारित ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। विभाग के मुताबिक अब तक 18 लाख से अधिक तीर्थयात्री विभिन्न तिथियों के लिए अपना पंजीकरण करा चुके हैं। इनमें से 16,741 विदेशी यात्रियों ने भी ऑनलाइन पंजीकरण करवाया है।
28 अप्रैल से यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो जाएंगे। हरिद्वार, ऋषिकेश, विकास नगर और हरबर्टपुर में 65 ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन काउंटर खोले जाएंगे। इसके अलावा यात्रा रूट पर भी अलग-अलग जगह रजिस्ट्रेशन काउंटर खोलने की तैयारी है। इस बार ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की संख्या बढ़ाई गई है। ऑनलाइन पंजीकरण नहीं कराने वाले यात्री 28 अप्रैल से ऑफलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। इस साल सरकार ने तय किया है कि समूह में यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं का ठहरने वाले स्थान पर ही पंजीकरण कराया जाएगा। इसके लिए ऋषिकेश में 30, हरिद्वार में 20 रजिस्ट्रेशन काउंटर खोले जाएंगे जबकि विकास नगर और हरर्बटपुर 15 पंजीकरण काउंटर खोले जाएंगे।
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चार धाम यात्रा के लिए सभी तैयारियां पूरी : सीएम धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चार धाम यात्रा हम सबके लिए महत्वपूर्ण है। यात्रा में देश और विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। उनको लिए सुरक्षित यात्रा करना हम सब का दायित्व बनता है। इसलिए यात्रा को लेकर सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। उन्होंने की यात्रा को संचालित करने में सबकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसलिए सभी विभाग यात्रा की तैयारी कर रहे हैं। पिछले सालों की तरह इस साल भी हमारी यात्रा चारों धाम और देवी देवताओं की कृपा से सरल और सुरक्षित होगी। पर्यटन विभाग ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा पर निकलने से पहले अपना पंजीकरण सुनिश्चित करें और यात्रा के दौरान जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। विभाग ने यात्रियों को अपने साथ आवश्यक दवाइयां, गर्म कपड़े और आधार कार्ड सहित अन्य पहचान पत्र रखने की सलाह दी है।
चारधाम यात्रा के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए रूटों पर जगह-जगह स्पष्ट साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं। इससे श्रद्धालुओं को अपने गंतव्य तक पहुंचने में सुविधा होगी और वे रास्ता भटकने से बच सकेंगे। साथ ही मौसम और स्वास्थ्य की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यात्रा की योजना बनाने को कहा गया है। चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियों के साथ सरकार का लक्ष्य है कि श्रद्धालुओं को सुरक्षित, सुविधाजनक और यादगार अनुभव प्रदान किया जा सके। प्रशासन और पुलिस लगातार व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं, ताकि 30 अप्रैल से यात्रा का शुभारंभ सफलतापूर्वक किया जा सके।