आर्थिक तंगी से जूझ रहे उपनल कर्मचारी जितेंद्र नेगी ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर दी। इस घटना के बाद उनके परिवार का बुरा हाल है।
जानकारी के अनुसार जितेन्द्र नेगी भरसार विद्यालय में कार्यरत थे। वह अल्प वेतन के कारण आर्थिक तंगी से जूझते-जूझते इतना निराश हो गए कि उन्होंने इस दुनिया को ही अलविदा कह दिया। इस तरह की यह अत्यंत दु:खदायक घटना है। मृतक अपने पीछे 2 बच्चों व पत्नी को छोड़ गया है।
उपनल कर्मचारी महासंघ पौड़ी गढ़वाल ने उपनल कर्मियों से अपील की है कि कोई भी कर्मचारी आवेश में आकर ऐसा कोई कदम न उठाएं, जिससे उनके परिवार के सामने मुसीबतों का पहाड़ खड़ा हो।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी दुर्घटना, हार्ट अटैक से कई उपनल कर्मचारी मृत्यु को प्राप्त हुए हैं। इस प्रकार उपनल कर्मचारी परिवार उत्तराखंड का आज एक सदस्य कम हो गया है।