हरदा को किसने बताया बिखरी टीम के शून्य पर आउट हारे हुए कप्तान!!

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हरदा को किसने बताया बिखरी टीम के शून्य पर आउट हारे हुए कप्तान!!

  • सेमीफाइनल का दावा हास्यास्पद: चौहान
  • आरक्षण का राग अलाप रही कांग्रेस मे हार का डर

देहरादून/मुख्यधारा

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ‘हरदा’ को बिना टीम के 2027 का फाइनल जीतने का दावा कर रहे हैं, जो कि पूरी तरह से हास्यास्पद बताया गया है। उन पर कटाक्ष करते हुए कहा गया है कि वे दो मुकाबलों में शून्य पर आउट होने वाले कप्तान हैं और उनके नेतृत्व में कांग्रेस बुरी तरह पराजित हुई है।

जी हां! पूर्व सीएम के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान हरदा  कहा कि अब उनकी रणनीति को लेकर कांग्रेस मे ही सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के लंगड़े घोड़े संबंधी बयांन को कांग्रेस के ही बड़े नेता हरदा से जोड़कर देख रहे है। बीते दिनों कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और विधायक की तकरार भी सामने आयी थी जिसमे विधायक हरदा का बचाव करते दिखे।

चौहान ने कहा कि हरदा की कप्तानी मे 2017 और 2022 मे हुए मुकाबले मे कांग्रेस का क्या हस्र हुआ यह किसी से छिपा नही है। हालांकि हरदा दोनों ही मुकाबलों मे शून्य पर आउट होने वाले बल्लेबाज रहे। अब हरदा खुद पर भी संदेह जता रहे हैं और मैदान मे होने को गलती करार दे रहे है। बड़े मुकाबले मे वह और उनकी टीम अब तक कहीं भी नजर नही आयी।

उन्होंने कहा कि भाजपा के पास सीएम पुष्कर धामी के रूप मे ऐसा आलराउंडर है कि जो बेटिंग और बौलिंग मे ओपन के साथ मैदानी रणनीति मे विपक्ष को मौका नही देता। जनता बार बार भाजपा को विकास कार्यों की बदौलत मौका दे रही है और कांग्रेस को यह समझने की जरूरत है कि उसे जनता ने माफ नही किया है। हरदा माफी मांगने राज्य के सभी तीर्थों का भ्रमण कर आये हैं, लेकिन अभी जनता की अदालत मे नही गए है, क्योकि वह सच जानते हैं।

चौहान ने कहा कि पहले पंचायत चुनाव न कराने की मंशा का आरोप सरकार पर लगा रही काग्रेस अब चुनाव घोषित होने के बाद अब आरक्षण का राग अलाप रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने जो रोस्टर जारी किया वह विधि सम्मत और नियमों के अनुरूप है। आपतियाँ मांगने के बाद सभी का निस्तारण हुआ है, लेकिन हार की आशंका से कांग्रेस डरी है और खुद इसे 2027 का सेमी फाइनल भी करार दे रही है।

उन्होंने कहा कि फाइनल के लिए कांग्रेस को पहले कप्तान और टीम गठन पर फोकस करने की जरूरत है। कांग्रेस मे कप्तान कोई भी हो हरदा सुपर बॉस अब तक रहे हैं। जिन पंचायतों को कांग्रेस सेमीफाइनल करार दे रही है वहां कांग्रेस का कोई ढांचा नहीं है, जबकि भाजपा का बूथ और यूथ हर जिले मे मजबूती से सेवा कार्यों मे जुटा है।

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