सोलर लाइट से जगमगाया ग्राम पंचायत देवलगढ़ का गैरू गांव
कुंजिका प्रसाद उनियाल
इस गांव को अब हर्बलघाटी गैरू के नाम से भी जान सकते हैं।
जी ! पट्टी चलनस्यूँ,पौड़ी गढ़वाल की ग्राम पंचायत देवलगढ़ का गैरू गांव अब सोलर लाइट्स से जगमगाने लगा है। लगभग पैंतीस परिवारों वाले इस गांव में विद्युत लाइन है। लोगों के घरों पर विद्युत कनेक्सन हैं किन्तु रोजी रोटी के चक्कर में अधिकांश लोगों के बाहर जाने के कारण गैरू गांव के कई लोगों ने कनेक्सन कटवा दिए अथवा बिजली बंद कर दी। गांव में स्ट्रीट लाइट की ब्यवस्था नहीं थी। फलस्वरूप गांव में अभी भी निवास करने वाले गरीब अथवा बूढ़े बुजुर्ग लोग जंगली जानवरों के भय से रात के समय बाहर नही निकल पा रहे थे। फिर जंगली जानवरों और पलायन के कारण गैरू गांव की उपजाऊ भूमि बंजर पड़ गई।
ऐसे समय में गैरू गांव के बाहर नौकरी पेशा और पढ़े लिखे युवाओं द्वारा गांव की प्रगति हेतु “ग्राम विकास सामिति गैरू”का गठन कर गांव की बंजर भूमि को हर्बल घाटी के रूप में विकसित करने का बीड़ा उठाया। गांव की बंजर भूमि में हर्बल टी के रोपण के साथ साथ आम, नीबू, लीची, अमरूद, आंवला आदि के सैकड़ो पौधे लगवाये और उनकी देख रेख के लिए तीन गरीब महिलाओं को मासिक मानदेय पर रखा। गांव मे पेयजल लाइन भी पहुंच गई। गांव के पास मोटर सड़क भी पहुंच गई। कुछ लोगों ने अपने मकान भी ठीक ठाक करवाये और कुछ ने नये मकान भी बना दिए गए।
विकास की अगली सीढ़ी अब गांव को जगमगाना था। इसके लिए गांव से बाहर रहने वाले प्रबुद्धजनों ने ओ०एन०जी०सी० से सम्पर्क कर गांव के पास सड़क से गांव की हर गली गली, रास्ते, रास्ते में कुल 51 सोलर लाइट्स लगवाई गई।
अब बीती रात से हर्बल घाटी गैरू गांव जगमगाने लगा है। गैरू गांव के पर्यत्नशील युवाओं की जितनी सराहना की जाए, वह भी कम है, जो बाहर रहकर भी गांव के विकास के लिए निरन्तर पर्यत्नशील हैं और ओ० एन० जी० सी० की भी सराहना की जानी चााहिए।
उत्तराखण्ड के प्रवासी बंधुओं से यह संदेश कि बाहर से सभी रोजगार के साथ साथ गांव आबाद करने का हर सम्भव प्रयास करते रहे। इससे कुछ तो सकारात्मक परिणाम आयेंगे।