ब्लॉक मुख्यालय में तालाबंदी की चेतावनी
यमकेश्वर/मुख्यधारा
जन हित के मुद्दों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले पूर्व सैनिक एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य बूंगा सुदेश भट्ट ने अपने विकासखंड यमकेश्वर के क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ ब्लाक मुख्यालय में पहुंचकर विकासखंड में विकास कार्यों को लेकर चल रही धांधली व क्षेत्र पंचायत निधि की बंदरबांट को लेकर खंड विकास अधिकारी को शिकायती पत्र सौंपा। इस मौके पर उन्होंने आरोप लगाया कि ब्लाक प्रशासन के द्वारा चंद क्षेत्र पंचायतों को छोड़कर यमकेश्वर की समस्त क्षेत्र पंचायतों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
सुदेश भट्ट ने आरोप लगाते हुये पुख्ता प्रमाणों के साथ स्पष्ट बताया कि जब समस्त यमकेश्वर ब्लाक की भौगोलिक परिस्थिति एक सी है तो फिर चंद क्षेत्र पंचायतों को छोड़कर अन्य क्षेत्र पंचायतों के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है? यही नहीं जो बजट कार्य के लिये प्राप्त होता है, उसमें से भारी भरकम धनराशि कमीशन के रूप में खुलेआम काटी जा रही है, जिससे कार्य की गुणवत्ता पर असर पड़ना स्वाभाविक है, जबकि बोर्ड पर पूर्ण धनराशि अंकित होने के कारण जनता संबधित प्रतिनिधि को संदेह की दृष्टिकोण से देखती है।
खंड विकास अधिकारी को पत्र सौंपते हुये उन्होंने स्पष्ट बताया कि वित्त वितरण को लेकर इस तरह की असमानता कतई स्वीकार नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि समस्त क्षेत्र पंचायतों को एक नजरिये से देखा जाना चाहिये व ब्लाक प्रशासन को पंचायतों को आदर्श बनाने के लिये बिना किसी दवाब व भेदभाव के समान वित्त वितरण प्रणाली को अपनाना चाहिये। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र ही इस पत्र की सुध नही ली गयी तो विकास से वंचित क्षेत्र पंचायतों के ग्रामीण व समस्त प्रतिनिधि ब्लाक में आंदोलन को बाध्य होंगे।
इसके अलावा सुदेश भट्ट ने जन समस्याओं को लेकर एक अन्य पत्र भी सौंपा, जिसके माध्यम से उन्होंने संदेश दिया कि कोविड के नाम पर 2019 के बाद एक भी बीडीसी बैठक का आयोजन न होना भी पंचायतों के विकास रुकने का एक कारण बताया, लेकिन साथ ही अब जब जनजीवन सामान्य होने के कगार पर है, उदाहरण सहित उन्होंने बताया कि जब राज्य में मुख्यमंत्रियों के बदलने पर भव्य समारोह हो सकते हैंं, केंद्र में कैबिनेट के फेरबदल के समारोह हो सकते हैं, संसद के सत्र चल सकते हैं तो विकास कार्यों को लेकर यमकेश्वर ब्लाक में बैठक क्यों नही आहूत की जा रही है? बैठकें न होने के कारण पंचायत प्रतिनिधि स्थानीय समस्याओं के प्रस्ताव नहीं दे पा रहे हैं, जिससे विकास कार्य ठप पड़े हैं।
इसी पत्र के माध्यम से क्षेत्र पंचायत बूंगा ने बताया कि प्रधानमंत्री आवासीय योजना के तहत यमकेश्वर के सैकड़ों जरूरत मंद गरीब परिवारों के आवास हेतु ब्लाक मुख्यालय के द्वारा जीयो टैग कराये गये व जरूरतमंद गरीब लोगों को शीघ्र ही घर देने का आश्वासन दिया गया, लेकिन साल दर साल बीतते जा रहे हैं और प्रधानमंत्री आवास की बाट देखते देखते यमकेश्वर के उन सैकड़ों गरीब परिवारों की आंखें पथरा गई हैं, लेकिन आवास तो नहीं मिल पाए, लेकिन आज ये गरीब सरकार द्वारा छले जाने के कारण भरी बरसात में तिरपाल डालकर टपकती छतों के नीचे जीवन यापन करने को मजबूर हैं।
इस मौके पर आक्रोशित समस्त क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने एक स्वर में आवाज बुलंद करते हुये कहा कि यदि शीघ्र ही उक्त जन समस्या का निवारण व ब्लाक की बैठक आहूत नहीं की गई तो फिर विकासखंड का कोई औचित्य नहीं रह जाता व क्षेत्र पंचायत सदस्य ब्लाक मुख्यालय में तालाबंदी के लिए बाध्य होंगे, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी ब्लाक प्रशासन व संबधित अधिकारियों की होग।
इस अवसर पर क्षेत्र पंचायत सदस्य रीना देवी, मनोज राणा, हरदीप कैंतुरा, विकास चौहान, शशि बाला, क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि सोहन सिंह एवं सामाजिक कार्यकर्ता आशीष अमोली ने अपना पूर्ण समर्थन देते हुए जनता की आवाज बुलंद करने को लेकर एकजुटता का आह्वान किया।