संस्कृति की धरोहर हैं मेले (Fairs), अगली पीढ़ी तक इन्हें पहुंचना हमारी जिम्मेदारी : सौरभ बहुगुणा - Mukhyadhara

संस्कृति की धरोहर हैं मेले (Fairs), अगली पीढ़ी तक इन्हें पहुंचना हमारी जिम्मेदारी : सौरभ बहुगुणा

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संस्कृति की धरोहर हैं मेले (Fairs), अगली पीढ़ी तक इन्हें पहुंचना हमारी जिम्मेदारी : सौरभ बहुगुणा

  • प्रभारी मंत्री ने बड़मां में प्रस्तावित सैनिक स्कूल का मामला उच्च स्तर पर उठाने का दिया आश्वासन
  • सैनिक स्कूल के लिए प्रस्तावित भूमि पर वेटरनरी कॉलेज खोलने का भी दिया सुझाव
  • पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी बोले क्षेत्र में सोलर ऊर्जा उत्पादन की भरपूर सम्भावनाएं

रुद्रप्रयाग/मुख्यधारा

क्षेत्रीय मेलों ने उत्तराखंड के विकास में हमेशा से ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह मेले हमारी संस्कृति की धरोहर हैं एवं अगली पीढ़ी तक इन्हें पहुंचना हमारी जिम्मेदारी यह बात पशुपालन व जनपद के प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बड़मा पट्टी के दिगधार थाती में आयोजित तीन दिवसीय प्रथम कृषि पर्यटन एवं सांस्कृतिक विकास महोत्सव में कही।

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महोत्सव के दूसरे दिन पशुपालन, दुग्ध विकास, मत्स्य पालन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, प्रोटाकाॅल, कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा, पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड भगत सिंह कोश्यारी, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, विधायक केदारनाथ शैला रानी रावत, विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी समेत अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का उद्घाटन किया। प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा ने क्षेत्रीय जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मेले हमारी विरासत हैं और इनको जीवित रखना हमारी जिम्मेदारी। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में प्रस्तावित सैनिक स्कूल पर चल रहे विवाद को उच्च स्तर पर उठाने का आश्वासन भी स्थानीय जनता को दिया। साथ ही उन्होंने सैनिक स्कूल के लिए प्रस्तावित भूमि पर वेटरनरी कॉलेज खोलने का सुझाव भी मंच से पेश किया। इसके लिए उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को सर्वे एवं प्रस्ताव तैयार कर पेश करने को कहा।

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पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि क्षेत्रीय स्तर पर आयोजित हो रहे भव्य मेलों के साथ में स्थानीय संस्कृति एवं भाषा का विकास भी होना जरूरी है। इस अवसर पर उन्होंने सभी लोगों को अपनी बोली एवं भाषा आने वाली पीढ़ियों को जरूर सिखाने की अपील भी की। उन्होंने प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने एवं रिवर्स माइग्रेशन पर बात करते हुए कहा कि बड़मा क्षेत्र में सौर ऊर्जा की अपार संभावनाएं नजर आती हैं स्थानीय लोगों को इस क्षेत्र में आवश्यक काम करना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने युवाओं को नशे से दूर रहने की अपील करते हुए अभिभावकों को बच्चों को नशे से दूर रखने पर विशेष जोर दिया।

केदारनाथ विधायक का शैला रानी रावत ने पहली बार बड़मा पट्टी में आयोजित भव्य मेले की सराहना करते हुए मेला समिति को 51 हजार रुपए की सहयोग राशि देने की घोषणा की। उन्होंने इस मेले को सांस्कृतिक कार्यक्रमों तक सीमित न रखने एवं मेले के माध्यम से स्थानीय महिलाओं एवं आर्थिक के उत्थान के प्रयास करने की अपील भी की। जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने महोत्सव में पहुंची मातृशक्ति की सराहना करते हुए कहा कि मात्र शक्ति हमारे प्रदेश की रीढ़ हैं। महिलाओं के उत्थान के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। जिला अध्यक्ष भाजपा महावीर पंवार ने 22 जनवरी को श्री राम भगवान को समर्पित कर दीपावली की भांति त्योहार मनाने का आह्वान किया।

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इससे पहले कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य अतिथियों ने स्थानीय काश्तकारो एवं विभागीय स्टॉल इंस्टालो का उद्घाटन एवं निरीक्षण किया। साथ ही स्थानीय महिलाओं, कलाकारों एवं स्कूली छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां देकर मेले की शोभा बढ़ाई। मेला समिति के अध्यक्ष विशम्भर रावत, संरक्षक वीरेंद्र बुटोला समेत अन्य पदाधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया।

कार्यक्रम का संचालन मेला समिति के संयुक्त सचिव कालीचरण रावत, सचिव प्रदीप रावत व उमादत्त सेमवाल राही द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

इस अवसर क्षेपंस नीमा रौथाण, पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा वाचस्पति सेमवाल, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल, प्रधान ज्योति रौथाण, त्रिलोक सिंह रावत, महादेव मैठाणी, मनोज रौथाण, संजय मैठाणी, अरविंद भट्ट, दिनेश गौड़, तेरपन सिंह, उम्मेद सिंह रौथाण, मीना झिंक्वाण, अरविंद रौथाण, हयात सिंह राणा, लक्ष्मण सिंह रावत, वीरेंद्र सिंह रावत समेत बड़ी संख्या स्थानीय लोग मौजूद थे।

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