पिथौरागढ़। जनपद पिथौरागढ़ के तहसील धरचूला के सीमान्त क्षेत्रा ब्यास घाटी के भ्रमण पर पहुंचे प्रदेश के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह द्वारा ब्यास घाटी क्षेत्र के 7 गांव बूंदी, गब्र्याग, नपल्चू, गुंजी, नाबी, रोंगकांग एवं कुटी में संचालित विभिन्न योजनाओं के अतिरिक्त बी.आर.ओ. द्वारा सीमान्त क्षेत्रा में सड़क निर्माण कार्य व पर्यटन के क्षेत्र में किये जा रहे विकास कार्यो का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होने भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल गुंजी के सभागार में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, सेना, अर्ध सैन्य बलों, बी.आर.ओ. के अधिकारियों के साथ बैठक कर क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो की जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश दिये गये।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा ब्यास घाटी अन्तर्गत विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे कार्यो के बारे में मुख्य सचिव को अवगत कराया। लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव ने ग्राम सभा रोंगकांग में ग्रामीणों की सड़क सुविध की मांग के अन्तर्गत अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग अस्कोट को निर्देश दिये कि वह शीघ्र ही रोंगकांग को सड़क सुविधा को जोड़े जाने हेतु कुटी नदी में मोटर पुल एवं गांव हेतु सड़क निर्माण के प्रस्ताव तैयार कर शासन को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। कैलाश मानसरोवर एवं आदि कैलाश यात्रा मार्ग में किये जा रहे कार्यो की जानकारी लेते हुये मुख्य सचिव ने विभाग को निर्देश दिये कि पैदल मार्ग में माइग्रेशन करने वाले स्थानीय निवासियों एवं यात्रियों व पर्यटकों को किसी प्रकार की समस्या न हो इस हेतु मार्ग के संवेदनशील स्थानों में सुरक्षा कार्य के साथ ही रेलिंग आदि का निर्माण किया जाये। इसके अतिरिक्त मुख्य सचिव ने दारमा एवं ब्यास घाटी को सड़क सड़क मार्ग से जोड़े जाने हेतु एक कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश लो.नि.वि. को दिये। बी.आर.ओ. से कमाण्डर कर्नल सोमेन्द्र बनर्जी द्वारा तवाघाट से लीपूपास तक तथा गुंजी से ज्योलिंगकांग तक निर्माणाध्ीन सड़क की प्रगति की जानकारी से मुख्य सचिव को अवगत कराया गया। मुख्य सचिव ने बी.आर.ओ. को निर्देश दिए गए कि सड़क निर्माण के दौरा क्षेत्र के ग्रामीणों की जो भी भूमि सड़क कटिंग में आई है, उसका शीघ्र मुआवजा देने के साथ ही क्षतिग्रस्त पेयजल एवं सिंचाई नहर की मरम्मत का कार्य शीघ्र करें।