- धाद ने उत्तराखण्ड के आपदा प्रभावित बच्चों संग मनाई इगास
देहरादून/मुख्यधारा
उत्त्तराखण्ड के उजास पर्व इगास पर धाद ने स्मृतिवन में भेलो के साथ आपदा प्रभावित बच्चों के साथ आयोजित किया।
केदारनाथ आपदा प्रभावित बच्चों की शिक्षा सहयोग के लिए चलाए जा रहे पुनरुत्थान कार्यक्रम के अंतर्गत इगास बग्वाल का आयोजन पिछले छह वर्षों से आयोजित किया जा रहा है। स्मृतिवन में जुटे रुद्रप्रयाग, पौड़ी, टेहरी और जौनसार के छात्रों से मिलने उनके सहयोगी और आम समाज के लोग पहुंचे थे। इस अवसर पर पहुंचे उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र में आपदाओं को लेकर पुनर्वास की ठोस नीति बनाये जाने की जरूरत है।
पुनरुत्थान की सचिव उषा शर्मा ने बताया केदारनाथ आपदा के बाद प्रभावित बच्चों की शिक्षा सहयोग का आयोजन आम समाज के सहयोग से जारी है और पिछले आठ वर्षों से आम समाज के सहयोग से चल रहे कार्यक्रम में 200 से अधिक छात्रों को 41 लाख से अधिक का शैक्षणिक सहयोग दिया गया है।
धाद के सचिव तनमय ममगाईं ने कहा कि पुनरुत्थान के अंतर्गत सभी परिवारों के बच्चों की शिक्षा में सहायता को केवल आर्थिक न रख कर मनोवैज्ञानिक और संवेदना के स्तर पर भी ले जाने के लिये हर साल ऐसे सामूहिक आयोजन रखे गए है। इगास का आयोजन उन सभी के जीवन में उजास की कामना का आयोजन है जिनके हिस्से अंधेरा आ गया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे लोकेश नवानी ने कहा कि लोग समझते हैं कि धाद समाज सेवा करती है। लेकिन यह अधूरी व्याख्या है। दरअसल धाद अज्ञान, अंधेरे और अशिक्षा से लड़ रही है। सामाजिक विसंगतियों और सामाजिक विद्रूपताओं से लड़ रही है। हम भले ही एक छोटी लेकिन सुन्दर दुनिया रचना चाहते हैं। समाज में बदलाव लाना चाहते हैं। समाज में खुशियां बांटना चाहते हैं। दुनिया के किसी कोने को सजाना चाहते हैं।
कार्यक्रम संयोजक अर्चना ग्वाड़ी ने बच्चों के साथ अलग अलग गतिविधि की। कार्यक्रम का संचालन मीनाक्षी जुयाल ने किए।
इस अवसर पर पुनरुत्थान के संयोजक विजय जुयाल, गणेश चंद्र उनियाल बिमला उनियाल बिमला रावत अनूप डोभाल, प्रयास संस्था देहरादुन, शिवाली सेठी डेन्वर यु एस ए, डा. जयंत नवानी, डी सी नौटियाल, गीता भट्ट, कुलदीप कंडारी, साकेत रावत, वीना कंडारी, रूपा रावत, विनिता उनियाल, गणेश उनियाल, बृजमोहन उनियाल, शांति बिंजोला, सविता जोशी, विमला रावत, मीनाक्षी जुयाल, मनीषा ममगाईं, शैलजा ध्यानी, अर्चना ग्वाड़ी, उषा शर्मा, किसन सिंह, विद्या सिंह, रचना नौटियाल, प्रीति तोमर, नीलम प्रभा वर्मा, इंदु भूषण सकलानी, स्वाति डोभाल, अनुव्रत नवानी आदि मौजूद थे।