पिथौरागढ़/मुख्यधारा
उत्तराखंड में मानव-वन्य जीव हमले के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसे ही पिथौरागढ़ जनपद के डुंगरी गांव निवासी 55 वर्षीय राजेंद्र सिंह मेहता गुलदार के शिकार हो गए हैं। इस दर्दनाक घटना के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है, वहीं पूरा गांव शोक की लहर में डूब गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नया साल 2022 का पहला दिन था। रोज की तरह राजेंद्र सिंह उस शाम को भी दुकान बंद कर लालघाटी से अपने घर के लिए निकले थे, किंतु घर नहीं पहुंचे। देर रात्रि तक भी जब वे अपने घर नहीं पहुंचे तो परिजनों में चिंता हुई। खबर पूरे गांव में फैली तो ग्रामीण उनकी खोजबीन में जुट गए, किंतु तमाम प्रयासों के बाद भी उनका कहीं कोई पता नहीं चल पाया।
गत दिवस शाम को ग्रामीणों को राजेंद्र सिंह मेहता का क्षत-विक्षत शव झाडिय़ों में पाया गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन अधिकारियों को दी। इस पर वन बीट अधिकारी नवीन जोशी, योगेश कुमार व थाना प्रभारी थल हीरा सिंह डांगी भी मौके पर पहुंचे। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार राजेंद्र पर ठीक डेढ़ साल पहले भी एक बार गुलदार ने गंभीर हमला किया था, किंतु तब आस-पास मौजूद महिलाओं के बीचबचाव करने के कारण उनकी जान बच गई थी।
यह भी पढें: Breaking: आचार संहिता में देहरादून में धारा 144 लागू। पढें आदेश