जगदीश ग्रामीण/देहरादून
आपने बहुत सारी बारात देखी होंगी, लेकिन जंगली खूंखार जानवरों को इतनी भारी संख्या में कभी नहीं देखा होगा। यहां बात की जा रही है देहरादून के समीप रायपुर क्षेत्र के गुलरी गांव की, जहां ग्रामीणों ने जब हाथियों की बारात देखी तो उनके पांव तले जमीन खिसक गई। इतनी बड़ी मात्रा में हाथियों को देख ग्रामीण खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं
बताते चलें कि देहरादून जनपद के रायपुर क्षेत्र के सॉन्ग पुल के समीप से गुलरी गांव के लिए रास्ता जाता है। यह क्षेत्र देहरादून के बहुत नजदीक स्थित है, किंतु इसे क्षेत्रवासियों का दुर्भाग्य ही कहें कि क्षेत्रवासी आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं।
इस क्षेत्र में हर समय हाथियों का भय बना रहता है। ऐसे में यहां के ग्रामीण रात की तो छोड़िए, दिन में भी घरों से बाहर निकलने में डरते हैं।
क्षेत्रवासियों ने कई बार वन विभाग के अधिकारियों से जंगली हाथियों से सुरक्षा की गुहार लगाई, किंतु विभाग ग्रामीणों की सुध लेने को तैयार नहीं है। यह अलग बात है कि वन विभाग द्वारा कुछ समय पहले गुलरी गांव जाने वाले रास्ते पर एक एक कर्मी की दिन के समय ड्यूटी जरूर लगाई थी, किंतु कुछ दिनों के बाद अब उक्त कर्मचारी भी क्षेत्र से अदृश्य हो गया है।
उपरोक्त हाथियों की बरात का वीडियो आज गुलरी गांव का है। यदि समय रहते वन विभाग ने ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर कोई सख्त कदम नहीं उठाया तो यहां किसी अनहोनी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। विभागीय कर्मियों के अलावा शासन प्रशासन को भी ग्रामीणों की इस ग्रंथ समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहिए।
उपेक्षा से खिन्न होकर ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी सुरक्षा को लेकर जल्द कोई कदम नहीं उठाया गया तो क्षेत्रवासी धरना प्रदर्शन के लिए मजबूर हो जाएंगे, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी वन विभाग की होगी।
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