यमकेश्वर/मुख्यधारा
पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने बहुप्रतीक्षित और बहुचर्चित सिंगटाली पुल को लेकर बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस में सत्ता में आई तो प्राथमिकता के साथ टिहरी और पौड़ी को जोड़ने वाला सिंगटाली पुल का निर्माण कर दिया जाएगा। इस घोषणा के बाद यमकेश्वर क्षेत्रवासियों की एक बार उम्मीदें फिर जग गई हैं।
हरीश रावत वर्चुअल रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि टिहरी और पौड़ी को जोड़ने वाला सिंगटाली पुल वास्तव में क्षेत्रवासियों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आते ही इस पुल का निर्माण किया जाएगा।इसके अलावा उन्होंने बीन नदी के पुल को भी बनाने की घोषणा की।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि यमकेश्वर से जो लोग प्रत्याशी बनने की दौड़ में थे, जिनमें द्वारीखाल प्रमुख महेंद्र राणा दुगड्डा प्रमुख रुचि कैंतुरा जैसे नेता बड़े ही होनहार लोग हैं, ये बेहतर कल की ओर देखने वाले नेता हैं। मैं इनकी सुखद भविष्य की कामना करता हूं।
हरीश रावत ने कहा कि चुनाव हारने के बावजूद शैलेंद्र रावत पिछले 5 वर्षों में आप लोगों के बीच में लगातार मौजूद रहे। वह एक सैनिक परिवार की पृष्ठभूमि की व्यक्ति हैं। शैलेंद्र रावत बहुत ही प्रतिभावान और विकासपरक सोच रखने वाले विधायक रहे हैं। अपने कार्यकाल में कोटद्वार क्षेत्र में उन्होंने बहुत काम किया।
बताते चलें कि टिहरी से पौड़ी जिले जिले को जोड़ने वाला सिंगटाली पुल भुवनचंद्र खंडूरी ने वर्ष 2006 में स्वीकृत किया था। आज करीब 16 वर्ष बीत जाने के बाद भी उक्त पुल का निर्माण नहीं हो पाया, जबकि पौड़ी गढ़वाल की तरफ सड़क बनकर लगभग तैयार है।
बताते चलें कि इस दौरान पौड़ी जिले के पांच मुख्यमंत्री (भुवन चंद्र खंडूूरी, रमेश पोखरियाल निशंक, विजय बहुगुणा, त्रिवेंद्र सिंह रावत व तीरथ सिंह रावत) बने। इसके अलावा यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र में पिछले चार कार्यकाल से भाजपा के विधायक रहे हैं। दिन में तीन बार विजय बड़थ्वाल, जबकि चौथी बार भुवन चंद्र खंडूरी की पुत्री रितु खंडूरी विधायक रही। बावजूद इसके इस पुल को लेकर सभी उदासीन रहे और ढांगू क्षेत्र की घोर उपेक्षा की गई। सरकारों व क्षेत्रीय विधायकों की इस तरह घोर उपेक्षा से क्षेत्रवासी खासे नाराज हैं। अब हरीश रावत ने इस पुल निर्माण को लेकर बड़ी घोषणा की है तो जाहिर है कि क्षेत्रवासियों में इसे लेकर एक नई उम्मीद जग गई है।
बहरहाल, हरीश रावत की इस घोषणा से यम्केश्वर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी शैलेंद्र रावत को इसका सियासी फायदा मिलने से इंकार नहीं किया जा सकता, वहीं क्षेत्रवासियों के साथ हुए इतने बड़े छलावे के बाद हरीश रावत की आज की घोषणा यदि जनता के मष्तिष्क में क्लिक कर गई तो भाजपा के गढ़ यमकेश्वर मैं इस बार भाजपा का कमल मुरझा ने की संभावना है!