मुख्यधारा/धारचूला
धारचूला विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी हरीश धामी की धमक से विपक्षी प्रत्याशियों के माथे पर बल पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। इसका कारण हरीश धामी के समर्थन में उमड़ रहा भारी जनसैलाब है।
दरअसल, धारचूला से कांग्रेस विधायक एवं प्रत्याशी हरीश धामी की कार्यशैली से क्षेत्रवासी भली-भांति वाकिफ हैं। क्षेत्रवासियों को एहसास है कि किस तरह से हरीश धामी आपदा प्रभावितों की लड़ाई भाजपा सरकार के पांच वर्षों से लड़ाई लड़ते रहे।
धारचूला क्षेत्रवासी बताते हैं कि हरीश धामी की अपने क्षेत्रवासियों के प्रति सक्रियता का इसी से लगाया जा सकता है कि बीते वर्ष जब वे आपदा क्षेत्रों का दौरा कर रहे थे, उस दौरान वे बाढ में बहने से बाल-बाल बचे, किंतु उन्होंने इसकी परवाह न करते हुए क्षेत्रवासियों की मदद करते रहे। सड़क बंद होने पर वे बिना प्रशासन का इंतजार किए बिना स्वयं के संसाधनों से जेसीबी मशीनें व लेबर भेजकर सड़क खुलवाने का काम शुरू कर देते हैं।
हरीश धामी बताते हैं कि वे राजनीति नहीं, बल्कि अपने क्षेत्रवासियों की सेवा करते हैं। उनका प्रयास होता है कि उनके क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
उन्होंने क्षेत्रवासियों की बुनियादी समस्याओं के निस्तारण का हमेशा ध्यान रखा। कई ऐसी जगहों पर सड़कें पहुंचाई, जहां लोग भारी मुश्किलों में जी रहे थे। कई गांवों में बिजली पहुंचाकर वहां रोशन करने का काम किया। उन्होंने दर्जनों ऐसे गांवों को मोबाइल कनेक्टिविटी से जोडऩे का काम किया।
इसके अलावा कोरोनाकाल में भी उन्होंने अपनी विधानसभा क्षेत्रवासियों की मदद करने की पूरी कोशिश की। यही कारण है कि उनकी जनसभा में भारी भीड़ उमड़ी।
हरीश धामी ने दावा करते हुए कहा कि वे इस बार और अधिक मतों के अंतर से जीतकर विधानसभा पहुंचने जा रहे हैं।
बहरहाल, हरीश धामी की रैली में जिस तरह से भारी भीड़ उमड़ी, उससे धामी की मजबूत स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। अब देखना यह होगा कि धारचूला का ताज इस बार किसके सिर सजता है!