पिथौरागढ़। सीमान्त जिले के लोग विकास प्राधिकरण के नियमों से खासे नाराज है। हजारों लोगों ने इसके खिलाफ नगर में जुलूस निकाला और सभा की। उन्होंने कहा कि जब तकं इस काले कानून को निरस्त नहीं किया जायेगा चैन से नहीं बैठेगें।
संयुक्त संघर्श समिति के अध्यक्ष वरिश्ठ अधिवक्ता एवं बार संघ के अध्यक्ष मोहन चंद्र भट्ट के नेतृत्व में एकत्रित विभिन्न संगठनों के लोग तथा ग्रामीण क्षेत्रों से आई महिलाओं ने रामलीला मैदान से हजारों की संख्या में नगर के सिमलगैर, गॉधी चौक, धर्मषाला, नयाबाजार, केमू स्टेषन, टकाना होते हुुए जोरदार नारेबाजी करते हुए डीएम कार्यालय पहुुंचे। यहां हुई सभा को संबोधित करते हुए श्री भट्ट ने कहा कि विकास प्राधिकरण के नाम पर सरकार ने पहाड़ के लोगों के उपर काला कानून जबरन थोपा है। उन्होंने कहा कि नक्षे पास कराने को लोगों को लाखों रूपये खर्च करने पड़ रहे है, जिससे उनकी जेब में अतिरिक्त भार पड़ रहा है। यूकेडी वरिश्ठ नेता काषी सिंह ऐरी ने कहा कि प्राधिकरण के नाम पर हमारे जल,जंगल,जमीन को हड़पने की साजिष रची जा रही है। उन्होंने इसे खत्म करने की मांग की। व्यापार संघ अध्यक्ष षमषेर सिंह महर ने कहा कि गॉव की गरीब जनता को लूटने के लिए राज्य सरकार ने प्राधिकरण का गठन किया है। कहा कि षीघ्र इसे खत्म किया जाय। सीमांत यूथ मोर्चा के प्रदेष अध्यक्ष सुषील खत्री ने कहा कि बिना मास्टर प्लान के विकास प्राधिकरण का कोई औचित्य ही नहीं है। कहा कि पहाड़ के लोगों के साथ अन्याय बर्दाष्त नहीं किया जायेगा। ज्ञापन प्रदेष के राज्यपाल के नाम प्रेशित करते हुए उपजिलाधिकारी को दिया गया।
सभा को पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भगवान रावत, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेष पंत, मनोज जोषी, प्रेम सिंह बिश्ट, बहादुर चंद, निर्मल चौधरी, चंद्रषेखर पुनेड़ा, जगदीष कलौनी, भावना नगरकोटी, कैप्टन धरम चंद, अजय बोहरा, विनोद मतवाल, राजेष तिवारी, प्रकाष रावत, नवीन कोठारी सहित कई लोगों ने संबोधित किया।
ज्ञापन लेने को पहुंचे उपजिलाधिकारी तुशार सैनी ने कहा कि ज्ञापन को प्रदेष की राज्यपाल को भेजकर आपकी मांगों से अवगत कराया जायेगा।