शंभू नाथ गौतम
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी ने सियासी दांवपेच की वजह से उद्धव ठाकरे की सरकार को एक झटके में उखाड़ फेंका। शिवसेना के बागी विधायकों ने बीजेपी से मिलकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में अपनी सरकार बना ली। इसके बाद भाजपा ने गोवा में भी सियासी हलचल मचा दी। रात में गोवा कांग्रेस के 7 विधायक लापता हो गए। कांग्रेस के विधायक विधानसभा सत्र शुरू होने से एक दिन पहले बुलाई गई पार्टी मीटिंग से गायब थे। इसके बाद से सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा रही है कि ये विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। हालांकि बागी विधायकों ने अभी तक बीजेपी में शामिल होने को लेकर कोई पुष्टि नहीं की (Relief to Congress in Goa) है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि उनके विधायकों पर बीजेपी में शामिल होने का दबाव बनाया जा रहा है।
वहीं, भाजपा ने कांग्रेस के इन आरोपों से इनकार (Relief to Congress in Goa) किया है। इस पूरे घटनाक्रम में कांग्रेसी अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को सक्रिय होना पड़ा। सोनिया गांधी ने अपने वफादार नेता मुकुल वासनिक को आनन-फानन में गोवा की राजधानी पणजी भेजा। मुकुल वासनिक ने दावा किया कि कुछ लोग गलत इरादों से गोवा कांग्रेस में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं, हालांकि विधायकों ने एकजुटता दिखाकर इसे नाकाम कर दिया है।
उन्होंने कहा कि बैठक में विधायकों के साथ विधानसभा में पूरे जोश के साथ काम करने और तटीय राज्य में पार्टी को मजबूत करने पर चर्चा हुई।
बता दें कि 40 विधायकों वाले गोवा विधानसभा में सत्तारूढ़ बीजेपी के पास वर्तमान में 20 विधायक हैं और उसे पांच अन्य विधायकों का भी सर्मथन हासिल है।
वहीं कांग्रेस के पास 11 विधायक हैं। जिसमें से 6 से 10 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी। गोवा कांग्रेस में फूट के अटकलें शांत होती नजर आने के बीच मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि कांग्रेस विधायक दल में बगावत से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है।
गोवा में कांग्रेस पार्टी का संकट फिलहाल टल गया है। अब जाकर कांग्रेस ने राहत की सांस ली है। इसके पीछे की वजह यह कि जिन नेताओं को लेकर यह बात की जा रही थी कि वे बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। उनमेंं पूर्व सीएम कामत और लोबो समेत 11 में से 10 विधायकों ने पार्टी की बैठक में हिस्सा लेकर साफ कर दिया कि वे कहीं नहीं जा रहे हैें।
भाजपा विपक्ष मुक्त बनाने के सियासी मार्ग पर बढ़ रही है आगे
गोवा के बाद सियासी गलियारों में झारखंड में भी भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ की भी चर्चाएं शुरू हो गई। हालांकि अभी झारखंड में फिलहाल किसी के बागी होने की खबरें नहीं आई हैं ।
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड के देवघर में एयरपोर्ट समेत करोड़ों रुपए की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने पहुंचे थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पीएम मोदी के मंच पर साथ नजर आए।
इसके अलावा भाजपा की नजर इस साल के आखिरी में होने वाले हिमाचल प्रदेश और गुजरात पर भी नजर। भाजपा इन दोनों राज्यों में कांग्रेस को बड़ा झटका देने की तैयारी में जुटी हुई है। साल 2014 में केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के बाद मोदी सरकार विपक्ष मुक्त के रास्ते पर आगे बढ़ रही है। वह आने वाले विधानसभा चुनावों से पहले ही कांग्रेस को सियासी मैदान में बड़ा झटका देने की तैयारी में है।
इस अभियान का नाम ऑपरेशन लोटस पार्ट-2 रखा गया है। इसमें गुजरात, हिमाचल, झारखंड समेत वे राज्य हैं, जहां चुनाव होने है।
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