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उत्तराखंड : नौ पहाड़ी जिलों में कल से दिनभर खुलेंगी सभी दुकानें। शराब व सैलून की दुकानें रहेंगी बंद

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रविवार से मिलेगी राहत

देहरादून। लॉकडाउन से ऊब चुके उत्तराखंड के पहाड़ी नौ जनपदों के लिए यह बड़ी राहतभरी खबर है। अब जिन ग्रीन कैटेगरी वाले जिलों में एक भी कोरोना मरीज नहीं है, वहां के लोगों के इलाज के लिए कल से अस्पताल खोल दिए जाएंगे। इसके अलावा सभी दुकानें सुबह 7 से शाम 6 बजे तक खुली रहेंगी।
शनिवार को केंद्र की गाइड लाइन के अनुसार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की अध्यक्षता में उनके आवास पर एक बैठक की गई। बैठक में तय किया गया कि ग्रीन जोन वाले 9 पर्वतीय जिलों में भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार दुकानों को खोला जाएगा। यहां दुकानें सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक खुलेंगी। शराब, नाई आदि जिन दुकानों को प्रतिबंधित रखा गया है, उन दुकानों को बंद रखा जाएगा। चार जिलों देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और ऊधमसिंहनगर में वर्तमान की स्थिति बरकरार रहेगी। इन जिलों में आवश्यक वस्तुओं की दुकानें पहले की तरह सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक ही खुलेंगी।

इन चार जिलों में यदि किन्हीं क्षेत्रों में शिथिलता दी जानी है तो उसके संबंध मे संबंधित जिलाधिकारी निर्णय लेंगे। इंटर स्टेट व इंटर डिस्ट्रिक्ट यातायात पर पहले की तरह ही रोक रहेगी।

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मुख्यमंत्री ने निजी निर्माण कार्यों की अनुमति दिये जाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन यह सुनिश्चित कर ले कि सोशल डिस्टेंसिंग को हर हाल में बनाए रखा जाए। लोग बिना काम के बाहर न निकलें। घर से बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग करें। मुख्यमंत्री ने छूट के दायरे में आने वाले 9 जिलों के लोगों से अपील की है कि जरूरी होने पर ही घर से निकले, अनावश्यक बाहर न जाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करें।

बैठक में मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया है कि अभी भी एक जिले से दूसरे जिले व राज्य के बाहर से आने के लिए  पूर्व की भांति रोक रहेगी।

बैठक में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी, सचिव अमित नेगी, नितेश झा, शैलेश बगोली, राधिका झा उपस्थित थे।

जहां वर्तमान में कोई भी कोरोना मरीज नहीं, इन नौ जिलों में पूर्व की भांति अस्पतालों में इलाज 

इसके अलावा मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि रविवार से पहाड़ी जनपदों में राहत दी जा रही है। यह जनपद अब ग्रीन कैटेगरी की श्रेणी में आ चुके हैं। जहां वर्तमान में कोई भी कोरोना मरीज नहीं हैं। यहां के अस्पताल पूर्व की भांति खुल जाएंगे। यहां आम जनता का इलाज जैसे पहले होता था, वैसा ही शुरू हो जाएगा। इससे तमाम वह लोग जो लोग अभी तक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे, उनकी परेशानी दूर हो जाएगी। डेंगू और डायरिया को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
अब कोविड अस्पताल में दून अस्पताल, सुशीला तिवारी हल्द्वानी, मेला अस्पताल हरिद्वार व निर्माणाधीन मेडिकल कालेज रुद्रपुर ही काम होगा। यानि कि केवल इन चार अस्पतालों में ही कोरोना का इलाज किया जाएगा।
इसके अलावा सरकार ने एक मंत्री मंडलीय उप समिति का गठन करने का निर्णय लिया है। इससे कोविड-19 की वजह से अर्थव्यवस्था जो नुकसान हुआ है, उसकी कैसे भरपाई की जाए, कैसे लोगों का रोजगार पैदा होगा, नौजवानों को रोजगार दें, गरीब लोगों की कैसे मदद की जाए, इसके लिए एक समिति कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में गठित की जाएगी। जिसमें मंत्री धन सिंह रावत व रेखा आर्य सदस्य होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं स्वयं शीघ्र ही विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन कार्य कर रहे तमाम प्रवासी लोगों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत करूंगा। हम रैबार-3 कार्यक्रम के माध्यम से उन तमाम लोगों से परामर्श करेंगे, जिनसे रोजगार उत्पन्न होने के साथ ही आर्थिकी में भी सुधार हो सके।
इसके अलावा इंडस्ट्री, कृषि, औद्यानिकी, टिहरी क्षेत्र, उद्योग, एमएसएमई, पर्यटन को लेकर उनके साथ संवाद किया जाएगा और अर्थव्यस्था को सुधारने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
बहरहाल, प्रदेश के देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर व नैनीताल जनपद को छोड़कर बाकी नौ जिलों में रविवार से लोगों को राहत मिलने जा रही है।

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