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लंबे परीक्षण के बाद आज केंद्र सरकार ने बायोलॉजिकल ई कॉर्बेवैक्स (corbevax) बूस्टर डोज को मंजूरी दे दी है। यह डोज 18 साल और उससे ऊपर के उम्र वाले लोगों को एहतिहात के तौर पर दिया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक कॉर्बेवैक्स (corbevax) उन्हीं लोगों को दिया जाएगा, जो कोविशील्ड या कोवैक्सिन के दोनों डोज ले चुके हैं।
बता दें कि कोविड-19 कार्य समूह ने 20 जुलाई की बैठक में तीसरे फेस के आंकडों की समीक्षा की थी। इसमें 18 से 80 वर्ष आयु के कोविड-19 निगेटिव ऐसे लोगों को जिन्होंने पहली दो टीके कोविशील्ड या कोवैक्सीन की ली थी, कॉर्बेवैक्स (corbevax) वैक्सीन तीसरी खुराक के तौर पर दिए जाने के बाद उनकी इम्यूनिटी पर होने वाले असर का आकलन किया गया था।
आंकड़ों का परीक्षण करने के बाद सीडब्ल्यूजी ने पाया कि पहली और दूसरी खुराक के तौर पर कोवैक्सीन या कोविशील्ड लेने वालों को कॉर्बेवैक्स तीसरी खुराक के तौर पर दिया जा सकता है, जो उल्लेखनीय स्तर पर एंटीबॉडी (वायरस से लड़ने के लिए) पैदा करता है।
आंकड़ों के मुताबिक रक्षात्मक भी है। भारत के औषधि महानियंत्रक (जीसीजीआई) ने चार जून को तीसरी खुराक के तौर पर कॉर्बेवैक्स को 18 या इससे अधिक आयु के लोगों को लगाने की अनुमति दी थी।