- ऐसे पर्यटक स्थल एवं भ्रमण केंद्र तैयार होने से कई स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
- पारम्परिक पहाड़ी शैली में तैयार होम स्टे जैबरी बासा इस होगा मील का पत्थर साबित
- विधायक केदारनाथ शैलारानी रावत एवं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने टूरिज्म भवन एवं कैंटीन का किया उदघाटन
रुद्रप्रयाग/मुख्यधारा
जनपद में पर्यटन एवं उद्यानीकरण की गतिविधियों को बढ़ावा देने में पहाड़ी शैली के होम स्टे एवं व्यंजन खासी भूमिका निभा रहे हैं। इसी कड़ी में उद्यान विभाग ने जिले में ऊखीमठ ब्लाॅक के संसारी गांव में पहाड़ी शैली में तैयार जनपद का पहला हार्टी टूरिज्म भवन (जैबरी बासा) (Jabari Basa) तैयार किया है। गुरुवार को विधायक केदारनाथ शैलारानी रावत एवं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने टूरिज्म भवन एवं इसकी कैंटीन का उदघाटन किया।
इस अवसर पर केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि उद्यान विभाग एवं जिला प्रशासन की ओर से तैयार किए गए टूरिज्म भवन जैबरी बासा एक सराहनीय पहल है। ऐसे पर्यटक स्थल एवं भ्रमण केंद्र तैयार होने से कई स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
कहा कि अन्य विभागों को भी अपनी भूमि पर इस तरह की योजनाएं शुरू करने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह जनपद के लिए बड़ी उपलब्धि है।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि जनपद में पर्यटन की गतिविधियों एवं स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है।
उन्होंने कहा कि उद्यान विभाग द्वारा पारम्परिक पहाड़ी शैली में तैयार होम स्टे जैबरी बासा इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। यहां पर एनआरएलएम के तहत गठित बद्री केदार स्वयं सहायता समूह ही इसका संचालन करेंगे, जिसका सीधा लाभ स्थानीय महिलाओं को होगा। होम स्टे में पहाड़ी व्यंजन मुख्य मेन्यू में शामिल होगा।
इसके अलावा अन्य भोजन भी उपलब्ध करवाया जाएगा। हिमालय की श्रृंखला के साथ ही प्रकृति के विहंगम दृश्य चोपता एवं केदारनाथ यात्रा मार्ग पर तैयार जैबरी बासा(Jabari Basa) की खूबसूरती को और बढ़ा देते हैं। जिलाधिकारी ने पर्यटकों से अधिक से अधिक मात्रा में यहां आकर रुकने की अपील की है।
जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र सिंह चैधरी ने अवगत कराया है कि ऊखीमठ में वर्ष 1963 में राजकीय आदर्श उद्यान नर्सरी स्थापित की गई थी, जो लगभग दो हेक्टेयर भू-भाग में फैली है।
स्थापना काल के बाद से ही उद्यान विभाग यहां ग्राफ्ट के माध्यम से विभिन्न प्रजाति के फलदार पौधों की नर्सरी तैयार करता आ रहा है। यह पौध सचल केंद्र की मांग के अनुरूप किसानों को वितरित की जाती है ताकि अधिक से अधिक किसान बागवानी से जोड़े जा सकें। उद्यान केंद्र एक रमणीक स्थल होने के साथ ही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी है।
क्षेत्र की नैसर्गिक सुंदरता को देखते हुए सरकार ने वर्ष 2020 में इस नर्सरी को हार्टी टूरिज्म भवन (औद्यानिकी पर्यटन केंद्र) के रूप में विकसित करने की योजना बनाई थी। जनवरी, 2021 में राजकीय आदर्श उद्यान केंद्र के लिए जिला योजना से 1 करोड़ 39 लाख 86 हजार रुपए में तैयार किए गए हार्टी टूरिज्म भवन का निर्माण कार्यदायी संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग द्वारा किया गया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल, परियोजना निदेशक रमेश चंद्र, जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र सिंह चैधरी, अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग हितेश पाल सिंह, सूचना अधिकारी रती लाल शाह, खंड विकास अधिकारी दिनेश प्रसाद मैठाणी, शकुंतला जगवाण, देवप्रकाश सेमवाल, बद्री केदार स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष संगीता नेगी व सपना तिवारी सहित संबंधित कर्मचारी उपस्थित रहे।
बताते चलें कि इससे पूर्व पौड़ी जिले में तत्कालीन जिलाधिकारी धीरज गर्ब्याल ने भी बासा नाम से जनपद में शानदार भवन तैयार करवा कर जिला पर्यटन को संवारने का काम किया था। इसकी चर्चा प्रदेशभर में हुई थी और DM गर्ब्याल के प्रयासों की खूब सराहना की गई।