…और पटवारी/लेखपाल भर्ती पेपर लीक होने से ठगे से रह गए कड़ी मेहनत करने वाले अभ्यर्थी। आयोग अब दोबारा 12 फरवरी को कराएगा पेपर (Patwari / Lekhpal recruitment paper leak)
देहरादून/मुख्यधारा
बीते रविवार 8 जनवरी 2023 को पटवारी/लेखपाल भर्ती परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी अभी अपने नंबरों का जोड़-घटाना कर ही रहे थे कि तभी पेपर लीक होने ऐसा समाचार प्राप्त हुआ कि मानो नभ से आकाशीय बिजली गिर गई हो।
कई महीनों से इस पेपर की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को इस खबर को सुनकर जोर का झटका लग गया। इससे अति विश्वसनीय माना जाने वाला उत्तराखंड लोक सेवा आयोग भी सकते में आ गया।
इस प्रकरण के उजागर होने के बाद एसटीएफ ने द्रुतगति से 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही आयोग द्वारा उक्त परीक्षा को निरस्त कर दिया गया है। अब यह परक्षा एक बार फिर से आगामी 12 फरवरी 2023 को आयोजित होगी।
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उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में बहुचर्चित पेपर लीक प्रकरण के बाद उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा 8 जनवरी को आयोजित किए गए पटवारी/लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद भूचाल की स्थिति है। एसटीएफ ने अपनी द्रुतगति का प्रयोग करते हुए 7 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।
वहीं आयोग द्वारा भर्ती को निरस्त करते हुए अब नए सिरे से आगामी 12 फरवरी को इसकी परीक्षा आयोजित होगी। एसटीएफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन गिरफ्तारी की पुष्टि की है। जिनमें से एक व्यक्ति लोक सेवा आयोग में अनुभाग अधिकारी है। अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी के पास से लीक किए गए प्रश्न पत्र की कॉपियों के साथ ही लिए गए 22.50 लाख रुपए की बरामदगी भी की गई है।
गिरफ्तार होने वालों में संजीव चतुर्वेदी अनुभाग अधिकारी लोक सेवा आयोग, राजपाल पुत्र स्व. फूल सिंह जनपद सहारनपुर. संजीव कुमार पुत्र स्व. मांगेराम ज्वालापुर, रामकुमार पुत्र सुग्गन सिंह जनपद हरिद्वार, रितु पत्नी संजीव चतुर्वेदी, मनीष कुमार निवासी रुड़की एवं प्रमोद निवासी लक्सर शामिल हैं।