ब्रेकिंग: उत्तराखंड (Uttarakhand) में गौवंश क्रूरता के अपराध में 62 मुकदमे दर्ज व 205 अभियुक्तों को भेजा गया जेल
हरिद्वार/मुख्यधारा
उत्तराखण्ड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेन्द्र अन्थवाल की अध्यक्षता में बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में गौवंश के प्रति अपराध पर प्रभावी रोक लगाने एवं निराश्रित गौवंश की समस्या के निदान हेतु पशु कू्ररता निवारण समिति की बैठक आयोजित हुई।
बैठक में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डाॅ0 योगेश शर्मा ने निराश्रित गौवंश आदि के सम्बन्ध में विभिन्न बिन्दुओं के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।
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बैठक में सर्वप्रथम जनपद में निराश्रित गौवंश के प्रति अपराध पर प्रभावी रोक लगाने एवं निराश्रित गौवंश की समस्या के निदान हेतु धरातल पर किये जा रहे कार्यों पर विस्तार से चर्चा हुई।
इस पर मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन ने अधिकारियों एवं उपस्थिति पदाधिकारियों से जानकारी लेते हुये पूछा कि गायों के प्रति किस तरह के अपराध सामने आ रहे हैं, ज्यादातर घटनायें किस क्षेत्र में घटित हो रही हैं। इस पर अधिकारियों ने बताया कि भगवानपुर में इस तरह की घटनायें ज्यादा सामने आ रही हैं।
बैठक में पुलिस के अधिकारियों ने यह भी बताया कि गौवंश आदि के सम्बन्ध में 62 केस दर्ज किये गये तथा 205 अभियुक्तों को जेल भेजा गया।इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने सभी से अपील की कि गौवंश के प्रति अपराध की अगर कोई सूचना आपके पास आती है, तो सबसे पहले पुलिस को सूचना दें, क्योंकि कभी-कभी इस तरह के मामलों में अफवाह भी फैेलाई जाती है।
बैठक में गौवंश आदि को पकड़ने की व्यवस्था, उनके भरण-पोषण के लिये उपलब्ध कराई गयी धनराशि, आवारा पशुओं को शरण देने के लिये पशु शरणालय की स्थापना पर चर्चा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि उनके ब्लाॅक में जहां कहीं पर पशु शरणालय बनाने के लिये जमीन है, तो उसे चिह्नित करें तथा आवारा पशुओं को लाने-ले जाने के लिये एक पशु वाहन का प्रस्ताव प्रस्तुत करें।
समिति की बैठक में रूड़की स्थिति काजी हाउस पर अतिक्रमण के मामले का उल्लेख करते हुये समिति से जुड़े हुये पदाधिकारियों ने कहा कि काजी हाउस पर काफी समय से अवैध कब्जा किया गया है।
इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने एमएनए रूड़की से तुरन्त दूरभाष के माध्यम से बात की तथा निर्देश दिये कि अगर काजी हाउस में अवैध कब्जा है, तो उसे तुरन्त हटाना सुनिश्चित करें।
बैठक में जनपद में अवैध संचालित मांस की दुकानों का प्रकरण भी पदाधिकारियों के माध्यम से सामने आया। इस पर अधिकारियों को निर्देश दिये कि एक अभियान चलाकर इस तरह की अवैध संचालित दुकानों के खिलाफ संख्त से सख्त कार्रवाई की जाये।
समिति की बैठक में आपरेशन कामधेनु के सम्बन्ध में अधिकारियों द्वारा बताया गया कि इसके तहत जनपद में 02 फरवरी,2023 से 31 मार्च,2023 तक एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसकी शुरूआत झबरेड़ा से कर दी गयी है, जिसके अन्तर्गत जो पशु दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं, उनका उपचार किया जायेगा तथा पशुओं की टैगंग का कार्य भी किया जायेगा। बैठक में यह भी जानकारी दी गयी कि पशुओं के उपचार के लिये 1962 टोल फ्री नम्बर भी जारी किया गया है, जिस पर पशुओं के उपचार के सम्बन्ध में जानकारी दी जा सकती है।
समिति की बैठक में अध्यक्ष उत्तराखण्ड गौ सेवा आयोग राजेन्द्र अन्थवाल ने गौसेवा, गौमाता, गाय के गोबर से बने विभिन्न उत्पाद आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। बैठक में पालतू श्वान पशुओं के पंजीकरण, निराश्रित श्वान पशुओं का सर्वेक्षण, बधियाकरण व पशु जन्म दर नियंत्रण, शहरी, स्थानीय निकाय क्षेत्रों में गौवंशीय पशुओं का पंजीकरण आदि के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा-निर्देश दिये गये।
इस मौके पर पशुओं के संरक्षण में निरन्तर कार्य करने वाली विभिन्न संस्थाओं ने कई महत्वपूर्ण सुझाव-जैसे दुर्घटनाओं से बचाने के लिये गाय की सींग पर रिफ्लेक्टर लगाया जाना, हैल्प नम्बर जारी करना, गाय के गोबर से विभिन्न प्रकार के उत्पाद तैयार किये जाने आदि से सम्बन्धित सुझाव प्रस्तुत किये।
बैठक के दौरान समिति के गैर सरकारी पदाधिकारियों का चुनाव भी सर्वसम्मति से किया गया, जिसमें उपाध्यक्ष पद के लिये अश्वनी शर्मा, सचिव के लिये कुलदीप सूर्यवंशी, सदस्यों के लिये-संजय गुप्ता, राम गोपाल कंसल, कंवलजीत कौर, बलराम कश्यप को नामित किया गया।
इस अवसर पर एमएनए दयानन्द सरस्वती, सदस्य उत्तराखण्ड गौ सेवा आयोग धर्मवीर सिंह गुसांई, मुख्य शिक्षा अधिकारी के0के0 गुप्ता, कृष्णायन देशी गोरक्षा गोलोक धाम सेवा समिति गैण्डीखाता, भारतीय ग्राम्य विकास एवं गौरक्षार्थ न्यास झीबरहेड़ी, गोपीनाथ जी गौशाला समिति ग्राम कालूबांस सहित सम्बन्धित संगठनों के पदाधिकारीगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
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