अच्छी खबर:13 राज्यों में दौड़ रही हाई स्पीड ट्रेन ‘वंदे भारत (Vande Bharat)’ की सीटी का उत्तराखंड के लोगों को भी बेसब्री से इंतजार
शंभू नाथ गौतम
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, और राजस्थान में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सरपट दौड़ रही है। लेकिन अभी तक देवभूमि यानी उत्तराखंड में लोगों को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन नसीब नहीं हुई है। पिछले चार साल से लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक शहर से दूसरे शहर तक नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर रहे हैं। अब उत्तराखंड के लोगों को अपने राज्य में हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलने का बेसब्री से इंतजार है। हालांकि ऐसा नहीं है कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने राज्य में वंदे भारत लाने के लिए प्रयास में नहीं है। इसी महीने 4 अप्रैल को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली दौरे पर थे।
सीएम धामी ने दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की। बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री धामी ने रेल मंत्री से उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे पहाड़ी राज्य में विभिन्न रेल परियोजनाओं को शुरू करने का अनुरोध किया।
उन्होंने केंद्रीय रेल मंत्री से हरिद्वार से वाराणसी के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस रेल सेवा शुरू करने का आग्रह किया। इससे इससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुविधा मिलेगी। भोपाल ने रेल मंत्री से टनकपुर-देहरादून के बीच जनशताब्दी ट्रेन सेवा और दिल्ली-रामनगर के बीच शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन सेवा शुरू करने का भी अनुरोध किया।
उन्होंने रामनगर-हरिद्वार और छत के बीच सीधी रेल सेवा संचालित करने का भी अनुरोध किया। जब से वंदे भारत एक्सप्रेस का दौर शुरू हुआ है, तब से तो लोगों के लिए घूमना-फिरना और आसान हो गया है। फिर चाहे वो दिल्ली से काशी धार्मिक यात्रा पर जाना हो या फिर किसी खूबसूरत डेस्टिनेशन पर घूमना हो, हर जगह इस ट्रेन ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। मेड इन इंडिया वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को सिर्फ रफ्तार ही नहीं बल्कि जबरदस्त आराम और सुविधा भी मिलती है। देश की आन-बान-शान वंदे भारत एक्सप्रेस को पटरियों पर रफ्तार भरते 4 साल पूरे हो गए हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस ने 15 फरवरी, 2023 को अपनी चौथी सालगिरह मनाई।
बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली से वाराणसी के बीच देश की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी और अभी देशभर में अलग-अलग रूट पर कुल 14 वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जा रही हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस सिर्फ अपनी रफ्तार ही नहीं बल्कि अपनी वर्ल्ड क्लास सुविधाओं के लिए भी जानी जाती है। यह ट्रेन अधिकतम 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है। हालांकि रेल मंत्रालय ने अभी इसे 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने की अनुमति दी है। नई वंदे भारत ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाजे, एयर कंडीशनर कोच और घूमने वाली कुर्सी है। इस कुर्सी को 180 डिग्री तक घुमाया जा सकता है। ट्रेन में जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो शौचालय हैं। इसे कई हाईटेक तकनीक से लैस किया गया है। इसमें आपको सफर करने पर थकान बिल्कुल भी नहीं होगी। इसे सुरक्षा कवच से भी लैस किया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले बार बजट में 400 वंदे भारत ट्रेनें बनाने की घोषणा की थी। बता दें कि 12 अप्रैल से 14वीं वदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन राजस्थान से भी दौड़ने लगी। यह ट्रेन अजमेर से दिल्ली के बीच चलाई गई है। वंदे भारत ट्रेनें भारत में 14 रूटों पर चल रही है–
【1】नई दिल्ली – वाराणसी
【2】नई दिल्ली – श्री माता वैष्णो देवी कटरा
【3】गांधीनगर-मुंबई
【4】नई दिल्ली-अंब अंदौरा हिमाचल प्रदेश
【5】चेन्नई-मैसूरु
【6】नागपुर-बिलासपुर
【7】हावड़ा- न्यू जलपाईगुड़ी
【8】सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम
【9】मुंबई – सोलापुर
【10】मुंबई-शिरडी
【11】दिल्ली -भोपाल
【12】सिकंदराबाद-तिरुपति
【13】चेन्नई-कोयम्बटूर
【14】अजमेर-दिल्ली