केरल को मिली दो बड़ी सौगात: राज्य में पहली वंदे भारत और वाटर मेट्रो को पीएम मोदी (PM Modi) ने किया रवाना, इन 11 जिलों से होकर गुजरेगी हाईस्पीड ट्रेन
मुख्यधारा डेस्क
दक्षिण भारतीय राज्य केरल को आज यातायात की दृष्टि से दो सौगात मिल गई है। पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन और दूसरी वाटर मेट्रो शुरू हो गई है। बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस भारत में एक हाई स्पीड ट्रेन है।
यह देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन है, जिसकी अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर/घंटा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रधानमंत्री सुबह 11 बजे तिरुवनंतपुरम सेंट्रल स्टेशन पहुंचे और तिरुवनंतपुरम-कासरगोड के बीच देश की 16वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को विदा किया। यहां से रेलवे स्टेशन की उनकी यात्रा एक रोड शो की तरह थी, क्योंकि हजारों लोग उनका स्वागत करने के लिए घंटों पहले से ही सड़कों के किनारे कतार में खड़े थे। लोगों ने उनके काफिले पर फूलों की बारिश भी की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरुवनंतपुरम सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत ट्रेन में बच्चों से संवाद किया। बच्चों ने इस दौरान पीएम मोदी को उनके द्वारा बनाई गई प्रधानमंत्री और वंदे भारत एक्सप्रेस की पेंटिंग भी दिखाईं। पीएम मोदी जब ट्रेन को हरी झंडी दिखा रहे थे, उस समय विपरीत दिशा के प्लेटफॉर्म पर भी बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। प्रधानमंत्री ने इसके बाद वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और सांसद शशि थरूर भी उनके साथ मौजूद रहें।
केरल के 11 जिलों से होकर दौड़ेगी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, 530 किलोमीटर तय करेंगी दूरी
बता दें कि केरल को मिली ये वंदे भारत तिरुवनंतपुरम से कासरगोड तक 530 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
वंदे भारत ट्रेन 11 जिलों तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, पठानमथिट्टा, मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड को कवर करेगी।
वहीं, इस पूरी योजना के लिए 64,000 रुपये खर्च किए जा रहे हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस भारत में एक हाई स्पीड ट्रेन है। यह देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन है, जिसकी अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर/घंटा है। यह ट्रेन पूरी तरह भारत में डिजाइन और मैन्युफैक्चर की गई है, जिसमें 80% उत्पादों को स्वदेशी बनाया गया था। ये ट्रेनें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। इनमें जीपीएस आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट, ऑटोमैटिक स्लाइडिंग डोर और हर कोच में चार आपातकालीन पुश बटन हैं।
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पीएम मोदी ने वाटर मेट्रो सर्विस का किया उद्घाटन
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में वाटर मेट्रो सर्विस का उद्घाटन किया।
पोर्ट सिटी कोच्चि में तैयार की गई यह वाटर मेट्रो सर्विस कोच्चि सिटी से आस-पास के 10 टापुओं को जोड़ेगी। इस प्रोजेक्ट में 78 इलेक्ट्रिक बोट्स और 38 टर्मिनल्स हैं। प्रधानमंत्री तिरुवनंतपुरम में ही देश का पहला डिजिटल साइंस पार्क का भी उद्घाटन किया। ये भारत की पहली वाटर मेट्रो होने के साथ-साथ एशिया में इस साइज और आकार का पहला इंटीग्रेटेड वाटर ट्रांसपोर्ट सिस्टम भी है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के मुताबिक कोच्चि वाटर मेट्रो (केडब्लूएम) राज्य में वाटर ट्रांसपोर्ट सेक्टर में एक बड़ा रेवोल्यूशन लाएगी और राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देगी। कोच्चि वाटर मेट्रो को कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने मैन्युफैक्चर किया है।
कोचीन शिपयार्ड को 1972 में शुरू किया गया था। कंपनी पिछले तीन दशकों में जहाज मैन्युफैक्चरिंग और जहाजों की मरम्मत करने के मामले में काफी प्रमुख नाम बनकर उभरी है।
कोच्चि वाटर मेट्रो में एक खास इंफ्रास्ट्रक्चर है और इसमें एक लाख से अधिक यात्रियों को ले जाने की क्षमता है। प्रोजेक्ट डिटेल के अनुसार, कोच्चि वाटर मेट्रो के शुरुआती फेज में 34,000 से अधिक यात्रियों को ले जाने की उम्मीद है।