बढ़ी मुश्किलें : बृजभूषण (Brijbhushan) के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद पहलवान धरने पर डटे, प्रियंका गांधी मिलने पहुंचीं, कुश्ती संघ के अध्यक्ष ने कहा- मैं निर्दोष हूं
मुख्यधारा डेस्क
दिल्ली के जंतर मंतर में 7 दिनों से भारतीय कुश्ती ओलंपिक संघ के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह को हटाने के लिए धरने पर बैठे पहलवानों ने इस बार ठान लिया है कि पीछे नहीं हटेंगे।
दिनांक शनिवार को इस प्रदर्शन का 7वां दिन है। एक बार शुक्रवार देर रात बृजभूषण के खिलाफ दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं।
पहली- दिल्ली पुलिस ने एक नाबालिग रेसलर से यौन शोषण के मामले में बृजभूषण पर पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
वहीं, दूसरी एफआईआर अन्य 6 महिला रेसलर्स के यौन शोषण के आरोप में दर्ज हुई है। भारतीय कुश्ती ओलंपिक संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जिन रेसलरों ने मोर्चा खोला है उनमें ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, और विनेश फोगाट प्रमुख हैं।
दिल्ली पुलिस ने इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन और केंद्रीय खेल मंत्रालय की बनाई दोनों जांच कमेटियों की रिपोर्ट मांगी है।
इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने सांसद बृजभूषण पर लगे आरोपों की जांच शुरू कर दी है। वहीं, बजरंग पूनिया ने कहा मुझे लगता है कि बृजभूषण पर तुरंत कार्रवाई करना चाहिए और तुरंत जेल भेजना चाहिए।
साक्षी मलिक ने कहा, हम किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करते हैं। शनिवार को दिल्ली में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पहलवानों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने कहा, ‘जो एफआईआर दर्ज कराई गई है, उसमें क्या है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। वे इसे क्यों नहीं दिखा रहे हैं?
जब ये पहलवान पदक जीतते हैं तो हम सभी ट्वीट करते हैं। गर्व महसूस करते हैं। आज ये सड़क पर बैठे हैं। इन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। ये सभी महिला पहलवान इस मुकाम तक आने के लिए काफी संघर्ष करती हैं और मैं यह नहीं समझ पा रही हूं कि सरकार बृजभूषण को क्यों बचा रही है।
ब्रजभूषण पर इतने गंभीर आरोप हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। सरकार उसे पद से हटाए। उससे इस्तीफा लेना चाहिए।
प्रियंका ने कहा, ‘मुझे पीएम से कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि अगर उन्हें पहलवानों की चिंता है, तो उन्होंने अभी तक उनसे बात क्यों नहीं की। जब मेडल जीतकर आते हैं तो उनके साथ फोटो खिंचवाते हैं। लेकिन अब तक उनसे बातचीत नहीं की।
देश खिलाड़ियों के साथ खड़ा है। मुझे गर्व है कि पहलवान ऐसी चीज के लिए खड़े हैं और आवाज उठा रहे हैं।
एफआईआर दर्ज होने के बाद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा- अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं दूंगा
पहलवानों के आरोपों के बाद भारतीय कुश्ती ओलंपिक संघ के अध्यक्ष और भाजपा के सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने यूपी के गोंडा में शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। कहा कि यह खिलाड़ियों का धरना नहीं है। मैं पूरी तरह निर्दोष हूं।
हरियाणा के 90% खिलाड़ी मेरे साथ हैं। अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं दूंगा। हर रोज नई डिमांड आ रही है। इस पूरे मामले में कांग्रेस का हाथ है। 12 साल से शिकायत क्यों नहीं की। अगर धरना दे रहे पहलवान इस्तीफे से मानेंगे, तो मैं दे दूंगा। अगर ये खिलाड़ी धरने से उठकर वापस घर जाएं, अपनी प्रैक्टिस करें तो मैं इस्तीफा भिजवा दूंगा।
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अदालत के फैसले का वो तहे दिल से सम्मान करते हैं। जांच एजेंसी की रिपोर्ट आने से पहले इन लोगों ने धरना दिया। इन लोगों की मांग पर एफआईआर दर्ज की गई। उन्हें यह भी मंजूर नहीं।
सवाल यह है कि वो इन लोगों की कृपा से सांसद और अध्यक्ष नहीं बना हूं। उनके क्षेत्र की जनता ने 6 बार सांसद बना। सवाल यह है कि एक ही अखाड़ा और एक ही परिवार धरने पर है। हकीकत यह है कि हरियाणा के ज्यादातर खिलाड़ी उनके साथ हैं। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि इसके पीछे कुछ उद्योगपतियों और कांग्रेस का हाथ है आज आपने देख भी लिया। सवाल यह है कि विनेश फोगाट ने तो उन्हें अध्यक्ष नहीं बनाया है।
सवाल यह है कि आज से 12 साल पहले जो लोग आरोप लगाते हैं उन्होंने शादियों में बुलाया, जोड़े में फोटो खिंचवाई, आशीर्वाद लिया तब तो दिक्कत नहीं थी। लेकिन अब क्या हुआ। उन्होंने देश में कुश्ती को बढ़ावा देने के लिए काम किया है और आगे करते भी रहेंगे।