बिपरजॉय : चक्रवाती तूफान (Cyclonic storm) रफ्तार के साथ प्रचंड रूप लिए बढ़ रहा, आठ हजार लोगों को पहुंचाया सुरक्षित स्थानों पर, गुजरात में हाईअलर्ट, रेस्क्यू टीमें तैनात
मुख्यधारा डेस्क
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय लेकर महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान में जबरदस्त हलचल है। चक्रवाती तूफान को लेकर 3 दिन मंगल, बुध और गुरुवार भारी रहेंगे। गुजरात सरकार अलर्ट मोड पर है।
वहीं दूसरी ओर चक्रवाती तूफान को देखते हुए केंद्र सरकार की लगातार राज्य सरकारों से संपर्क में है। तूफान के चलते गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में आंधी-बारिश का दौर जारी है, जिसमें पांच लोगों की मौत की खबर है।
#WATCH गुजरात: चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' के कारण द्वारका में तेज हवा के साथ समुद्र में ऊंची लहरे दिखी।#BiparjoyCyclone pic.twitter.com/rVnWiDEs2Z
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 13, 2023
गुजरात सरकार हाई अलर्ट पर है। तूफान बिपरजॉय के 15 जून को गुजरात के सौराष्ट्र एवं कच्छ तट पर पहुंचेगा। कुछ दिनों पहले अरब सागर से उठने वाला बिपरजॉय अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो चुका है।
मौसम विभाग का कहना है कि तट से टकराते समय इस चक्रवात की रफ्तार 150 किलोमीटर प्रतिघंटे तक हो सकती है। इस दौरान कच्छ एवं सौराष्ट्र में भारी बारिश होने का अनुमान है।
चक्रवात के विकराल एवं प्रचंड रूप की आशंका को देखते हुए सरकार की एजेंसियां पूरी तरह से सक्रिय हैं। कच्छ एवं सौराष्ट्र के तटवर्ती एवं निचले इलाकों से हजारों की संख्या में लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है।
चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ के गुजरात की ओर बढ़ने के साथ ही तटीय जिले सौराष्ट्र और कच्छ में लाखों लोगों के लिए ये सप्ताह काफी भयानक होने वाला है। चक्रवात के पूरी तरह से पहुंचने में अभी देरी है, लेकिन इसने अपना असर दिखाना अभी से शुरू कर दिया है।
चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के गुजरात के तटीय क्षेत्र के पास कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगार के निकट पहुंचने की संभावना के मद्देनजर मंगलवार को बचाव अभियान को और तेज किया जाएगा और सरकार तट से 10 किलोमीटर के इलाके में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएगी। कच्छ, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी तटीय जिलों के प्राधिकारियों ने तटरेखा के निकट रह रहे लोगों को किसी सुरक्षित जगह ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि तट से 10 किलोमीटर के इलाके में रह रहे हजारों लोगों को मंगलवार से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा।
मौसम विभाग के मंगलवार सुबह 9 बजे के अपडेट के मुताबिक, तूफान 8 किमी/घंटे की स्पीड से नॉर्थ-वेस्ट में आगे बढ़ रहा है। तूफान मंगलवार सुबह 5:30 बजे पोरबंदर से 300 किमी, द्वारका से 290 किमी, जखौ पोर्ट से 340 किमी, नालिया से 350 किमी दूर था। मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात के 14 जून की सुबह तक उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है, जिसके बाद ये मुड़कर नॉर्थ-नॉर्थ ईस्ट दिशा में आगे बढ़ेगा।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में किया तैनात
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की एक-एक टीम को चक्रवात से प्रभावित होने वाले संभावित स्थानों पर तैनात किया गया है।
एनडीआरएफ की एक और टीम को ओखा बंदरगाह पर तैनात किया जाना है। लगभग 250 व्यक्तियों को अस्थायी आश्रय घरों में स्थानांतरित कर दिया गया है।
गुजरात के द्वारका जिले के कार्यकारी मजिस्ट्रेट ने चक्रवात ‘बिपरजॉय’ की तैयारी के संबंध में कहा कि एहतियात के तौर पर, पर्यटकों और स्थानीय आबादी को गोमती घाट, शिवराजपुर समुद्र तट, बेट द्वारका और अन्य तटीय क्षेत्रों में जाने से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
‘बिपरजॉय’ चक्रवाती तूफान के मद्देनजर कच्छ में अब तक 8,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इसके अतिरिक्त, कच्छ में केंद्रीय मंत्री डॉ मनसुख मांडविया के अनुसार, 1.5 से 2 लाख छोटे और बड़े जानवरों को ऊंचे स्थानों पर ले जाया गया है। चक्रवात बिपरजॉय पर गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान को देखते हुए हमें ज्यादा तैयारी करनी पड़ेगी।
शाह ने कहा कि चक्रवात के प्रभाव एवं उससे होने वाले नुकसान से निपटने के लिए 15 टीमों को अलर्ट पर रखा गया है और समुद्र किनारे डीप डाइवर्स टीम तैनात है। इस चक्रवाती तूफान ने रेलवे की रफ्तार को भी थाम दिया है।
सोमवार को 67 ट्रेनें निरस्त करने के बाद पश्चिम रेलवे ने करीब 58 और प्रभावित ट्रेनों की सूची जारी की है। रेलवे का कहना है कि इसमें कुछ ट्रनों को निरस्त किया गया था तो कुछ को आंशिक रूप से निरस्त करने का फैसला लिया गया है।
आईएमडी अहमदाबाद केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा, चक्रवात के जखाऊ बंदरगाह के पास टकराने का अनुमान है। यह 15 जून को दोपहर के आसपास गुजरात के तट पर पहुंचेगा।
इससे पहले 135-145 किमी प्रति घंटा से लेकर 150 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और बहुत भारी बारिश होगी।