सीएम का बड़ा बयान: मंत्रिमंडल विस्तार में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा- जीतन राम मांझी भाजपा से मिले थे और हमारी मीटिंग की खबर पहुंचाते
मुख्यधारा डेस्क
बिहार की नीतीश सरकार ने आज मंत्रिमंडल विस्तार किया। राज्य में लगातार चल रही सियासी हलचल के बाद कैबिनेट का विस्तार किया है।
बता दें कि जीतन राम मांझी के बेटे और बिहार कैबिनेट में पूर्व मंत्री संतोष कुमार सुमन ने अचानक से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से कई चेहरों पर कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन अब बिहार सरकार की तलाश खत्म हुई और रत्नेश सदा ने संतोष कुमार सुमन की जगह नए मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल ली है। बिहार के राज्यपाल ने रत्नेश सदा को राजभवन में सुबह 10:30 बजे मंत्री पद की शपथ दिलवाई।
इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ-साथ महागठबंधन के तमाम बड़े चेहरे कार्यक्रम में मौजूद थे। शपथ ग्रहण समारोह के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली बार जीतन राम मांझी के साछ छोड़ने पर बयान दिया।
उन्होंने कहा कि मैंने उन्हें कहा था कि पार्टी का विलय कीजिए या जाइए, अच्छा है चले गए। मीटिंग में रहते तो बीजेपी को खबर देते।जीतनराम मांझी के महागठबंधन से अलग होने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वे भाजपा से मिले हुए थे। अगर साथ रहते तो विपक्षी दलों की होने जा रही बैठक की बातें भाजपा तक पहुंचा देते।
मांझी के भाजपा के करीब जाने की जानकारी थी। नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने खुद मांझी के सामने पार्टी का जदयू में विलय करने या अलग होने की पेशकश की थी। मांझी ने अलग होने का फैसला किया। रत्नेश सदा सोनबरसा से जेडीयू विधायक थे अब वो बिहार सरकार के मंत्री बन गए हैं।
दलित और मुसहर समाज का बड़ा चेहरा रत्नेश सदा ने पिछले तीन बार से जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर लगातार विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है।