नीरज उत्तराखंडी/उत्तरकाशी
आराकोट बंगाण क्षेत्र में आई भीषण आपदा के जख्म अभी भी नहीं भरे हैं। सड़क मार्गों और पुलों का निर्माण अभी भी अधर में हैं। पुलों का स्थायी निर्माण न होने से वैकल्पिक व्यवस्था भरोसे जनजीवन चल रहा है।
बताते चलें कि 18 अगस्त 2019 को क्षेत्र में आई भीषण जल आपदा में क्षेत्र में कई सड़क मार्ग मोटर पुल पैदल पुल झूला पुल आपदा की भेंट चढ़ गये थे, लेकिन 10 माह बाद भी पुलों और सड़क मार्गों का पुनर्निर्माण शुरू नहीं हुआ है।
बताते चलें कि आपदा में दुचाणू किराणू व जागटा गांवों को जोड़ने वाला मोटर पुल तथा टिकोची दुचाणू झूला पुल तथा ऐराला व मलाना पैदल पुल क्षतिग्रस्त हो गये थे, लेकिन आपदा के 10 माह बीतने के बाद भी पुनर्निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है।
क्षेत्र में क्षतिग्रस्त पुलों का निर्माण कार्य शुरू करने की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता मन मोहन सिंह चौहान ने जिला अधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर पुलों का निर्माण कार्य शुरू करने की मांग की है ।