Morocco Earthquake : मोरक्को में भूकंप से मरने वालों की संख्या 2000 पार
सैकड़ो लोग मलबे में दबे, बढ़ सकता है मृतकों का आंकड़ा, रेस्क्यू जारी
मुख्यधारा डेस्क
अफ्रीकी देश मोरक्को में आए विनाशकारी भूकंप (Morocco Earthquake) में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले 30 घंटों से लगातार राहत बचाव कार्य जारी है।
मोरक्को में शुक्रवार देर रात 7.2 तीव्रता का भूकंप आया। जिसमें शनिवार देर रात तक 2,012 लोगों की मौत और 2,059 से ज्यादा लोगों की घायल होने की खबर है। ये आंकड़ा बढ़ भी सकता है। ये मोरक्को में आया 120 साल का सबसे ताकतवर भूकंप है।
भूकंप के झटके पुर्तगाल और अल्जीरिया तक महसूस किए गए। UNESCO की विश्व धरोहर स्थल ऐतिहासिक माराकेश में पर्यटकों का ध्यान खींचने वाली लाल दीवारों के कुछ हिस्से भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। भारत, अमेरिका और ब्रिटेन ने हर संभव मदद देने की बात कही है।
बता दें कि शुक्रवार रात करीब सवा ग्यारह बजे मोरक्को के कैसाब्लांका से लेकर मराकेश तक का इलाका 6.8 तीव्रता के भूकंप के झटकों से हिल गया। जिसके कई इमारतें धराशायी हो गई। सैकड़ों लोग इमारतों के मलबे में दब गए। जिन्हें निकालने का काम अभी भी जारी है।
भूकंप स्थानीय समयानुसार शुक्रवार (शाम 6 बजे ईटी) आया। जो जमीन के अंदर 18.5 किमी की गहराई में था। इस भूकंप का केंद्र मराकेश से 71 किमी दक्षिण-पश्चिम में उच्च एटलस पर्वत में था।
बताया जा रहा है कि भूकंप के बाद लगातार बचाव अभियान जारी है। कई लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका है। कई लोगों को शव मलबे से बरामद किए जा चुके हैं।
माना जा रहा है कि इस भूकंप से मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। इस विनाशकारी भूकंप के बाद देश के शाही महल ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। साथ ही ये भी कहा गया है कि सशस्त्र बल प्रभावित क्षेत्रों को स्वच्छ पेयजल, खाद्य आपूर्ति, तंबू और कंबल उपलब्ध कराने के लिए बचाव दल तैनात करेंगे।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, 1960 के बाद से यह मोरक्को का सबसे खतरनाक भूकंप है। 1960 में आए भूकंप से कम से कम 12,000 लोगों की मौत का अनुमान लगाया गया था। तीव्रता के लिहाज से इतिहास का भयानक भूकंप 1960 में ही चिली में दर्ज किया गया था।