हिट एंड रन : 10 राज्यों में ट्रक-बस और टेंपो चालकों की हड़ताल से बिगड़े हालात, सब्जियां, फल, दूध आदि जरूरी सामान प्रभावित, यात्री परेशान
मुख्यधारा डेस्क
देशभर के 10 राज्यों में प्राइवेट वाहन जैसे ट्रक, बस और टेंपो आदि चालकों जारी हड़ताल के वजह से लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है। इन प्राइवेट वाहनों से शहरों में आने वाली सब्जियां, ब्रेड, फल, दूध आदि प्रभावित हो रहे हैं। प्राइवेट वाहनों की हड़ताल की वजह से यात्री भी परेशान हैं।
बता दें कि हिट एंड रन (सड़क दुर्घटना कर भागने) पर नए सख्त कानून के विरोध में बस व ट्रक चालक सोमवार को हड़ताल में उतर गए। आटो-टेंपो वाले भी इस हड़ताल में शामिल हुए। सड़कों पर चक्के थमने से नए साल के पहले दिन ही आमजन को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान कई जगहों पर ट्रक चालकों ने हाईवे जाम कर दिया। नतीजा, जगह-जगह भारी वाहन सड़कों पर खड़े हो गए हैं। इसके चलते पेट्रोल-डीजल, सब्जी जैसी अति आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही पर असर दिख रहा है।
महाराष्ट्र में प्रदर्शन की वजह से कुछ जगहों पर फ्यूल की कमी की आशंका पैदा हो गई है। असल में ट्रक ड्राइवर्स ने मुंबई से लेकर इंदौर, दिल्ली-हरियाणा और यूपी के कई जगहों पर ट्रक खड़ी कर रोड जाम कर दिया। जिससे यातायात पर बुरा असर पड़ रहा है। एमपी, राजस्थान, समेत 10 राज्यों से पेट्रोल-डीजल पंप ड्राई होने की खबरें हैं। यहां लोगों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। फल, सब्जी, दूध, कृषि के सामानों की सप्लाई प्रभावित हो रही है। कई जगह प्रशासन ट्रांसपोर्टर्स से संपर्क कर आपूर्ति बहाल करवाने में लगा है।
छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में यात्री बसों के चालकों ने ‘हिट-एंड-रन’ मामलों से संबंधित नए कानून को वापस लेने की मांग को लेकर काम बंद कर दिया, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ट्रक चालकों की हड़ताल के कारण पेट्रोल-डीजल खत्म होने के डर से शहरों में पेट्रोल पंप के सामने लोगों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। गुजरात में भी नए कानून के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने खेड़ा, वलसाड, गिर सोमनाथ , भरूच और मेहसाणा जिलों से गुजरने वाले हाइवे पर गाड़ी खड़ी कर नाकेबंदी कर दी। मेहसाणा में मेहसाणा-अंबाजी राजमार्ग और खेड़ा में अहमदाबाद-इंदौर हाइवे पर जाम लग गया क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने सड़क जलते हुए टायर रख दिए।
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अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और रास्ता खुलवाया। हरियाणा के जींद में भी ‘हिट एंड रन’ मामलों पर ट्रक चालकों का गुस्सा फूटा और सोमवार को निजी बसों और ट्रक चालकों ने तीन दिन की हड़ताल की घोषणा की। विरोध प्रदर्शन के दौरान 300 से ज्यादा ट्रकों ने सेवा बंद कर दी।
वहीं उत्तर प्रदेश के आगरा में साल के पहले दिन ही रोडवेज बस और ट्रक चालकों ने चक्का जाम कर दिया। चालक नये कानून में चालकों को सजा और जुर्माने का विरोध कर रहे थे। चालकों ने आईएसबीटी, ईदगाह, बिजलीघर बस स्टैंड पर रोडवेज बसों को खड़ा कर दिया। उनकी मांग है कि सरकार को कानून में संशोधन करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हिट एंड रन कानून के विरोध में हड़ताल और प्रदर्शन हो रहे हैं। ठिठुरन भरी ठंड में बस के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा।
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उत्तराखंड में भी हिट एंड रन कानून के विरोध में हड़ताल देखने को मिला। नैनीताल जिले में रोडवेज ड्राइवरों के हड़ताल के चलते बसों के पहिए थमे रहे। हल्द्वानी डिपो में 60 से ज्यादा बसें खड़ी रही। जिसके चलते यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने कहा, देश में 95 लाख ट्रक हैं। 30 लाख से ज्यादा का परिचालन नहीं हो रहा है। इसके अलावा, एमपी, राजस्थान, महाराष्ट्र, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, छत्तीसगढ़, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी आज हालात बिगड़ सकते हैं।
केंद्र सरकार की ओर से बनाए गए नए कानून में सड़क दुर्घटना कर भागने वाले चालकों को 10 साल की सजा व सात लाख रुपये जुर्माने की बात कही गई है। इसको लेकर ही ट्रक, बस व आटो चालक आक्रोशित हैं।
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