भाजपा ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को बताया निराशाजनक और आत्मविश्वास से खोखला
देहरादून/मुख्यधारा
भाजपा ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को निराशाजनक और आत्मविश्वास से खोखला बताते हुए, देश को पीछे ले जाने वाला बताया। प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा, कांग्रेस की विश्वसनीयता शून्य है लिहाजा जिनकी खुद की गारंटी नहीं उनकी गारंटी पर जनता को भरोसा नहीं है। साथ ही सवाल किया कि अपने राज्यों में इन गारंटी को लागू क्यों नहीं किया।
कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए जोशी ने कहा, उनके चुनावी घोषणापत्र में लगातार हार से उपजी निराशा और वैचारिक खोखलापन स्पष्ट नजर आता है। आत्मबल से हीन उनका घोषणा पत्र सभी बिंदुओं पर पूरी तरह निराश करने वाला है। जिसमे पहला सवाल तो यह उठता है कि जिन 10 गारंटियों की बात वे कर रहे हैं वो सभी उन्होंने कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में क्यों नहीं लागू किया। चंद महीने पहले तक राजस्थान मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ में भी उनकी सरकारी थी लेकिन वहां भी ऐसी कई गारंटी का वादा किया लेकिन लागू नही किया। आगे इस बात की क्या गारंटी है कि वह इसे चुनाव के बाद लागू करेंगे।
उन्होंने तंज किया कि कांग्रेस कि लगभग 60 सालों तक देश में शासन करने वाली पार्टी ने हमेशा देशवासियों के साथ अन्याय किया है। हमेशा जनता को जाति, धर्म, वर्गों और क्षेत्रों में बांटकर राज करने की संस्कृति को आगे बढ़ाया। कभी भी गरीब, युवा, किसान, महिला, पिछड़े समाज और व्यवसायियों, सेवाकर्मियों, निजीकर्मियों, सैनिकों किसी के लिए कभी कोई काम नही किया, सिर्फ वादा किया। यही वजह है कि साल दर साल कांग्रेस की विश्वसनीयता गिरते गिरते आज शून्य हो गई है। 2019 में भी मोदी जी की 6 हजार रुपए की किसान सम्मान निधि की तरह ही कांग्रेस ने 72 हजार रुपए की घोषणा की थी। लेकिन जनता ने उनकी बातों पर भरोसा नही किया और तत्कालीन चुनावों में बुरी तरह नकार दिया था। ऐसी ही अनेकों अतार्किक एवं झूठी गारंटी समय समय पर कांग्रेस ने अनेकों बार राज्यों के चुनावों में की । लेकिन जनता मोदी और भाजपा के संकल्पों पर विश्वास जताया और कांग्रेस की गारंटी को भरोसे लायक नही माना।
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उन्होंने कहा, आज मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है और कांग्रेस का घोषणापत्र उसे पीछे ले जाने वाला ह। जिस जीएसटी को उन्होंने संसद में मिलकर पास कराया, उसे राजनैतिक विद्वेष के चलते वापिस लेने का वादा कर रहे हैं। आज देश, आर्थिक मोर्चे पर आगे बढ़ते हुए दुनिया की तीसरी महाशक्ति बनने को अग्रसर है और वे अपनी पुरानी असफल नीति को लागू करने की बात कर रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात है कि वे गारंटियों की बात तो करते हैं लेकिन उसको पूरा करने की योजना कभी सामने नही रखते हैं, क्योंकि वे भी जानते हैं कि कौन जीतने वाला है। ऐसी खोखली और यथार्थ से परे की घोषणाओं को जनता जानती समझती है, लिहाजा कांग्रेस की गारंटियों को तवज्जो मिलने वाली है। जनता की नजर में एक ही गारंटी चलती है और वो है गारंटी के भी पूरा होने की गारंटी यानी मोदी की गारंटी।
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