मनमानी: हेंवल नदी (Hanwal river) में चल रही स्टोन क्रशर संचालक की मनमानी, नदी में बहाया जा रहा क्रशर से निकला गंदा मटमैला पानी
ग्रामीण दूषित पेयजल पीने को मजबूर
यमकेश्वर/मुख्यधारा
जनपद पौड़ी गढ़वाल स्थित यमकेश्वर विकासखंड के अंतर्गत बिजनी में लगा स्टोन क्रशर ग्रामीणों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। स्थिति यह है कि क्रशर संचालक द्वारा बीते कई दिनों से रात्रि आठ बजे से सुबह छ बजे तक लगातार दूषित जल को हेंवल नदी में बहाया जा रहा है, जिससे हेंवल नदी से संचालित होने वाली दोनों पंपिग योजना का जल दूषित हो रहा है। क्रशर संचालक की इस अव्यवहारिक व मनमानी के चलते क्षेत्र के हजारों ग्रामीणों उक्त पंपिंग योजनाओं के माध्यम से दूषित पेयजल पहुँच रहा है। जिससे उनके स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है।
इस संबंध में हमेशा क्षेत्र की जनसमस्याओं को लेकर हमेशा मुखर रहने वाले पूर्व सैनिक एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य बूंगा सुदेश भट्ट ग्रामीणों के साथ बीती रात्रि हेवल नदी में पहुंचे। वहां पाया गया कि क्रशर द्वारा हेवल नदी के साफ पानी में बिन बरसात के ही गंदा व मटमैला पानी आ रहा है। इसको देख ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। इस दौरान भट्ट ने उक्त गंदे पानी का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में प्रसारित कर क्रशर संचालक को इस कृत्य को रोकने की मांग की है।
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इस संबंध में मुख्यधारा से बातचीत करते हुए पूर्व सैनिक व वर्तमान क्षेत्र पंचायत सदस्य बूंगा सुदेश भट्ट कहते हैं कि क्रशर संचालक के इस कृत्य से स्थानीय ग्रामीणों का जीवन खतरे में डाला जा रहा है। प्रशासन के नाक के नीचे लगातार दो महीने से चल रही इस गंभीर स्थिति पर अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गयी है। भट्ट ने बताया कि यदि इस पर शीघ्र पाबंदी नहीं लगाई गयी तो निकट भविष्य में हेंवल नदी दलदल में तब्दील हो जायेगी और इसके भविष्य में खतरा पैदा होने की आशंका है।
घटना स्थल पर मौजूद स्थानीय युवा दीपक बिष्ट, मुकेश गुसाँई, मुकेश बिष्ट, प्रदीप बिष्ट, सुमित बिष्ट व प्रदीप भंडारी सहित अन्य युवाओं ने कहा कि ये कार्यवाही गत कई दिनों से संचालित हो रही है, जो कि चिंता का विषय है। इस दौरान स्थानीय युवाओं के बीच से सुदेश भट्ट ने क्षेत्र के आम ग्रामीणों व सामाजिक कार्यकर्ताओं व पंचायतों के जनप्रतिनिधियों से हेंवल बचाओ आंदोलन का आह्वान करते हुए जनता से एकजुट होकर क्षेत्रहित में आगे आकर इस मुद्दे पर रणनीति बनाने का अनुरोध किया है।
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