अब खिर्सू में प्रकृति के बीच में रहिए ‘बासा’। राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने किया लोकार्पण
पौड़ी/खिर्सू। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. धन सिंह रावत ने आज खिर्सू में ढिक्वाल गांव पम्पिंग पेयजल योजना तथा ‘बासा‘ होम स्टे कम्यूनिटी किचन एवं पर्यटक सूचना केन्द्र ग्वाड़(खिर्सू) का उपस्थित गणमान्य अतिथियों के साथ विधिवत लोकार्पण किया। साथ ही आयोजित कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह को पांच-पाच लाख की धनराशि, बालिकाओं को गौरादेवी कन्या योेजना के तहत 51-51 हजार के चैंक तथा खिर्सू के सभी विद्यालयो के लिए फर्नीचर वितरण किया।
लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को शिरकत करना था, लेकिन मौसम खराब होने के कारण मुख्यमंत्री कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके। उन्होंने दूरभाष के माध्यम से लोगों को गढ़वाली में संबोधित करते हुए सभी को विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण/शिलान्यास की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए खिर्सू में शीघ्र आने को कहा। उन्होने कहा कि खिर्सू में ‘बासा‘ होम स्टे कम्यूनिटी किचन एवं पर्यटक सूचना केन्द्र ग्वाड़(खिर्सू) का लोकार्पण हुआ है। सीएम ने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ धन सिंह रावत ने खिर्सू ब्लाॅक में 4100 बच्चों को फर्नीचर की जो सुविधा उपलब्ध कराई है, उसके लिए उच्च शिक्षा मंत्री, जिलाधिकारी और अधिकारी/कर्मचारी बधाई के पात्र है। उन्होंने वर्ष 2020 में बोर्ड की परीक्षा देने वाले बच्चों को शुभ कामनाएं दी।
राज्य मंत्री डा. रावत ने मुख्यमंत्री के निर्देशन में जनपद पौड़ी गढ़वाल के खिर्सू ब्लाॅक में विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत लागत रूपये 3248.3 लाख की योजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास कर क्षेत्रवासियों को विकास की सौगात दी। जिसके तहत विकास खण्ड खिर्सू में ढिक्वाल गांव पम्पिंग पेयजल योजना लागत रूपये 2757.69 लाख का विधिवत लोकार्पण किया गया। इस पेयजल योजना से विकास खण्ड खिर्सू के 27 ग्राम पंचायतों के अधीन 76 राजस्व ग्रामों की कुल 110 बस्तियों के लोगों को शुद्ध पेयजल से आच्छादित किया जायेगा।
वहीं खिर्सू क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु इको पार्क खिर्सू की स्थापना हेतु लागत रूपये 275.59 लाख का शिलान्यास, ‘‘बासा‘ एंग्लिंग कैम्प व्यासघाट लागत रूपये 152.02 लाख का शिलान्यास तथा ‘बासा‘ होम स्टे कम्यूनिटी किचन एवं पर्यटक सूचना केन्द्र ग्वाड़(खिर्सू) लागत रूपये 63.00 लाख लोकार्पण भी किया गया।
डाॅ. रावत ने जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्बयाल के कार्यों प्रशंसा करते हुए कहा कि जिलाधिकारी द्वारा साढे़ 9 माह में जो ‘बासा‘ होम स्टे कम्यूनिटी किचन एवं पर्यटक सूचना केन्द्र ग्वाड़(खिर्सू) बनाया गया है, वह काबीलेतरीफ है।
मंत्री द्वारा ‘बासा‘ होम स्टे कम्यूनिटी किचन एवं पर्यटक सूचना केन्द्र ग्वाड़(खिर्सू) को विकसित करने के लिए एक करोड़ देने, 30 दिन में श्रीनगर में पानी की समस्या खत्म करने तथा एक साल के अन्दर पन्थ्या दादा का स्टूच्चू एवं स्मारक सुमाड़ी में बनाये जाने की घोषणा की।
एनआईटी सुमाड़ी लिए 22 करोड़ रूपये की पानी की स्कीम लाॅच की है, जिसका जल्दी ही शिलान्यास किया जायेगा। वहीं एनआईटी के लिए 09 करोड़ रूपये की लागत से बिजली का स्टेशन भी वहां पर बनाने जा रहे हैं। एनआईटी के बनने के बाद 10 हजार छात्र-छात्रायें एनआईटी में पढ़ाई करेंगे और 02 हजार छात्र-छात्राओं को वहां रोजगार मिलेगा।
सीता सर्किट बहुत जल्दी लाॅंच करेंगे, जिसके लिए प्रत्येक को सहयोग करना होगा। उनके द्वारा विधान सभा क्षेत्र श्रीनगर में पिछले ढाई साल में 376 कि.मी. सड़क दी गई है और मार्च 2020 तक हर गांव को सड़क उपलब्ध करायेंगे।
विधान सभा क्षेत्र श्रीनगर में वर्तमान में 21 हजार 559 बच्चे पढ़ते हैं, 227 प्राईमरी स्कूल, 51 इण्टर मीडिएट, 18 हाईस्कूल एवं 50 जूनियर हाई स्कूल हैं, जो कि चटाई मुक्त और फर्नीचर युक्त हो गये हैं।
मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बासा होम स्टे की उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि बासा-2 के तहत गढ़वाली परम्परा के भवनों में बनाये जाने वाले सभी वास्तुकलाओं के मद्देनजर इसका निर्माण किया जाएगा। यहां तक इनमें ढोल दमाऊ के मंडाण के लिए भी आंगन विकसित किये जाएंगे। सभी बासा होम स्टे को सुरक्षा के लिहाज से सीसी टीवी कैमरों से लैस किया जाएगा। पहाड़ी परम्परा को देश और दुनिया में लाना उनका संकल्प है। जीरो टालरेंस के तहत किसी भी सरकारी वास्तुकला को छः महीने में तैयार करना अपने आप में उपलब्धि है। इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी और उनकी टीम को बधाई दी।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने कहा कि मुख्यमंत्री के उद्देश्य के अनुरूप जनपद में ‘बासा‘ होम स्टे का निर्माण करवाया गया। यह होम स्टे जनपद का ही नहीं, प्रदेश का पहला होम स्टे है, जो सरकारी होम स्टे के रूप में एक पहला होम स्टे का माॅडल है।
दूसरी तरफ बासा के साथ ही एक और स्ट्रक्र गैबियन माॅडल पर आधारित बनाया गया है। इसके लिए मुनिश शाह और उनकी आर्किटैक्चर टीम को गुजरात से बुलाया गया है। उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा ‘बासा‘ के लिए की गई एक करोड़ की घोषणा के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इस ‘बासा‘ के बाद ‘बासा-2‘ भी बनाया जायेगा। इसके लिए अन्य 12 जनपदों से भी लोगों को बुलाकर प्रशिक्षण दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि सामूहिक सहभागिता के आधार पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पूरे जनपद में ऐसे कैम्प बना रहे है, जहां टूरिस्ट बढ़ सकता है, वहां पर ‘बासा‘ जैसी चैन बनाकर वहां के स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा। यह बिल्डिंग केवल 53 लाख में बनायी गयी है और 10 लाख में बगल में बिल्डिंग तैयार हुई है। उन्होंने स्थानीय लोगों को होम स्टे को स्वरोजगार के रूप में अपनाने का आह्वान किया।
इस दौरान उन्होंने विकासखण्ड के समस्त राजकीय/जूनियर/हाईस्कूलों के चटाई मुक्त अभियान के अन्तर्गत फर्नीचर वितरण, सहकारिता व समाज कल्याण विभाग द्वारा (गौरा देवी कन्या धन) चैकों का वितरण, बासा होम स्टे खिर्सू का लोकार्पण/उद्घाटन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया, जबकि बासा होम स्टे खिर्सू को महिला समूह उन्नति ग्राम संगठन को दिया। वहीं बासा होमस्टे में पहुंचे अतिथियों का विधिवत स्वागत किया, साथ ही होमस्टे बनाने वाले आर्किटेक्ट प्रशान्त बिष्ट, रक्षित पाण्डे एवं मुनीष शाह, मानुनी पटेल, परासर को सम्मानित किया।