Header banner

108 आपातकालीन सेवा की जवाबदेही होगी तय : डॉ. धन सिंह रावत

admin
d 1 3

108 आपातकालीन सेवा की जवाबदेही होगी तय : डॉ. धन सिंह रावत

  • रिस्पॉस टाइम पर न पहुंचने पर लगेगी पैनाल्टी, बैकअप में रहेंगी गाड़ियां
  • क्रिटिकल मरीजों को सीधे रैफर्ड अस्पताल तक पहुंचायेगी एम्बुलेंस

देहरादून/मुख्यधारा

अल्मोड़ा में हुये बस हादसे के मध्यनज़र आपातकालीन 108 एम्बुलेंस सेवा के साथ ही राजकीय मेडिकल कॉलेजों व जिला अस्पतालों की भी जवाबदेही तय की जायेगी। किसी भी दुर्घटना के बाद मौके पर तय समय सीमा के अंतर्गत न पहुंचने वाले 108 एम्बुलेंस वाहनों पर पैनाल्टी भी लगाई जायेगी। कुछ एम्बुलेंस को बैकअप में भी रखा जायेगा। गम्भीर मरीजों को एम्बुलेंस सीधे रैफर्ड अस्पताल में पहुंचायेगी। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को गाइडलाइन तैयार करने के निर्देश दे दिये गये हैं।

यह भी पढ़ें : उत्तराखंड में भीषण सड़क हादसा ( Almora bus accident) : अल्मोड़ा में बस गहरी खाई में गिरी, 30 से ज्यादा यात्रियों की मौत, पौड़ी व अल्मोड़ा के एआरटीओ प्रवर्तन निलंबित

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज अपने शासकीय आवास पर चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने अधिकारियों को 108 आपातकालीन सेवा की जवाबदेही तय करने के लिये ठोस गाइडलाइन तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर 108 एम्बुलेंस का रिस्पॉस टाइम पर्वतीय क्षेत्रों के लिये 20 से 25 मिनट तथा मैदानी क्षेत्रों के लिये 12 से 15 मिनट तय किया जायेगा। समय सीमा के अंतर्गत न पहुंचने वाले 108 एम्बुलेंस सेवा प्रदाता के विरूद्ध तीन गुना पैनाल्टी लगाई जायेगी। इसके साथ ही गंभीर मरीज को वाहनों की बदला-बदली किये बिना सीधे रैफर्ड अस्पताल तक पहुंचाना होगा। इस सेवा को और बेहतर बनाने के लिये प्रदेशभर में कुछ एम्बुलेंस को रिजर्व में भी रखा जायेंगी ताकि किसी वाहन के खराब होने पर तत्काल दूसरे वाहन की सेवा ली जा सके।

यह भी पढ़ें : अल्मोड़ा बस हादसे पर स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने जताई संवेदना, घायलों को एयर लिफ्ट कर पहुंचाया जा रहा एम्स

विभागीय मंत्री ने सूबे के राजकीय मेडिकल कॉलेजों व जिला अस्पतालों को भी ऐसे समय में मरीजों को बेहतर उपचार देने के निर्देश दिये। इसके लिये उन्होंने जिला चिकित्सालयों एवं मेडिकल कॉलेजों में सभी आपातकालीन सेवाएं चाक-चौबंद रखने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि जहां पर पैरामेडिकल व अन्य तकनीकी स्टॉफ की कमी है उन अस्पतालों में शीघ्र ही आउटसोर्स के माध्यम से स्टॉफ की भर्ती की जायेगी। उन्होंने विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती के लिये वॉक-इन-इंटरव्यू जारी रखने के भी निर्देश दिये।

बैठक में सचिव स्वास्थ्य आर राजेश कुमार, अपर सचिव आनंद श्रीवास्तव, अनुराधा पाल, नमामि बंसल, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. सुनीता टम्टा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

यह भी पढ़ें : नेहरू कॉलोनी में बनेगा MDDA का नया ऑफिस, बोर्ड ने दिया अनुमोदन

Next Post

मरचूला बस दुर्घटना ने पहाड़ की परिवहन व्यवस्था पर किए सवाल खड़े, गत दिवस 36 लोगों की हो गई थी मौत

मरचूला बस दुर्घटना ने पहाड़ की परिवहन व्यवस्था पर किए सवाल खड़े, गत दिवस 36 लोगों की हो गई थी मौत डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला मरचूला के नजदीक सोमवार 4 नवंबर 2024 को हुई बस दुर्घटना बहुत ही दुखदाई है। […]
h 1 1

यह भी पढ़े