शाहरूख नाम का व्यक्ति अरविंद बनकर कर रहा था कालसी की लड़की का शारीरिक शोषण। भेद खुला तो पूरे परिवार को खत्म करने की दी धमकी। हरिद्वार से गिरफ्तार, दुष्कर्म समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज
विकासनगर। यदि आपको भी कोई लड़का शादी के हसीन सपने दिखाए तो उस पर बिना जांच-पड़ताल के जीभर कर दिल लुटाने की गलती बिल्कुल भी न करें और सावधान हो जाइए। कहीं ये न हो कि वह व्यक्ति आपके लिए साइलेंट किलर साबित हो जाए!
यह कोई सावधान इंडिया जैसे कार्यक्रम का डायलॉग नहीं, बल्कि हकीकत है। किसी लड़की को नाम बदलकर शादी के हसीन सपने दिखाकर शारीरिक शोषण करना और फिर लड़की समेत उसके पूरे परिवार को तबाह करने की धमकी देकर मुंह बंद करा देना यह अब आम बात सी हो चली है। जब-तब ऐसे नाम परिवर्तन करने वालों के झांसे में छोटी उम्र की लड़कियां ज्यादा फंस रही हैं। देहरादून भी इस साइलेंट क्राइम से अछूता नहीं रहा है।
ऐसा ही एक मामला देहरादून जनपद के विकासनगर क्षेत्र का सामने आया है। इसका पता तब चला, जब लड़की का शारीरिक शोषण हो चुका था और अब नाम परिवर्तन करने वाला शख्स उससे अपना पिंड छुड़ाना चाह रहा था।
दरअसल हुआ यह कि बीती 23 अप्रैल को थाना कालसी में 21 साल की एक लड़की अचानक गायब हो गई। उसके माता-पिता उस समय खेतों में गए हुए थे। जब उन्होंने खोजबीन की तो पता चला कि वह किसी के साथ बाइक में बैठकर कालसी की ओर जा रही थी। माता-पिता की काफी कोशिशों के बाद भी उनकी लाडली का कहीं पता नहीं चल सका। थक हारकर उन्होंने कालसी थाने में लड़की की गुमशुदगी दर्ज कराई।
इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई तो काल डिटेल के आधार पर गुमशुदा की लोकेशन हरिद्वार जिले में पाई गई। इस पर पुलिस टीम हरिद्वार की उस लोकेशन पर धमक गई। 24 अप्रैल को काल डिटेल व मुखबिर की सूचना पर गुमशुदा को फेरूपुर तिराहे पर सकुशल बरामद कर लिया गया। इस पर पुलिस और लड़की के परिजनों ने राहत की सांस ली।
अब समाज की आंखें खोलने वाली कहानी यहां से शुरू होती है। पुलिस लड़की के साथ मिले उक्त युवक को पूछताछ के लिए ले आई।
लड़की ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह दो साल पहले अपनी बुआ के घर फेरूपूर में रह कर एक फैक्ट्री में काम करती थी। वहां पर मेरी मुलाकात सोनी नाम की महिला से हुई। जिसके माध्यम से मैं अरविंद नाम के उस लड़के से मिली। वह मुझसे रोजाना फोन से लंबी बातचीत करने लगा। बातों का सिलसिला शुरू हुआ तो उसने मुझे शादी का झांसा दिया और काफी समय तक मेरा शारीरिक शोषण करता रहा। इसी दौरान मुझे पता चला कि उसका नाम अरविंद नहीं, शाहरुख है।
जब इस संबंध मैंने उससे बात की तो उसने मुझे इस बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। जिससे मैं काफी डर और सहम गयी और लॉकडाउन से एक दिन पहले 21 मार्च को वापस अपने घर कालसी आ गयी। घर आने के कुछ दिन बाद शाहरुख मुझे फोन कर अपने पास आने को कहा तथा न आने पर मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। जिससे मैं काफी डर गयी और शाहरुख कि बात मान ली। 23 अप्रैल को शाहरुख मुझे लेने मेरे गांव के पास आया व मोटरसाइकिल से मुझे हरिद्वार, फेरूपूर ले गया। शाहरुख ने अपना नाम बदलकर शादी का झांसा देकर मेरे साथ शारीरिक शोषण किया तथा मेरे घर वालों को मारने की धमकी देकर मुझे डरा धमकाकर अपने साथ ले गया था।
उक्त संबंध में गुमशुदा/अपहर्ता द्वारा शाहरुख के विरुद्ध दी गयी लिखित तहरीर व पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर गुमशुदगी को अभियोग में तरमीम कर धारा 366/376/506 आईपीसी की बढ़ोतरी करते हुए अभियुक्त शाहरुख को आज 25 अप्रैल को थाने से ही गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्त शाहरुख(22) पुत्र नाथू निवासी फेरूपूर, थाना पथरी, जनपद हरिद्वार का रहने वाला है। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में दीपक धारीवाल, थानाध्यक्ष कालसी, एसआई दिनेश सिंह, कनि.191 पंकज, म.का. रुखसाना, कनि. प्रमोद व आशीष शर्मा (एसओजी) शामिल थे।
उपरोक्त घटना को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि आपके आस-पास किस तरह ऐसे साइलेंट किलर अपनी जड़ें जमाकर बैठे हुए हैं, जो समय मिलने पर अपना लक्ष्य पर निशाना साध लेंगे और आपको पता भी नहीं चलेगा।
बहरहाल, आपकी समझदारी, जागरूकता व सतर्क रहकर ही ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता है।