36 साल बाद विश्व विजेता बना अर्जेंटीना (Argentina)
लियोन मेसी ने अपने पांचवे और अंतिम विश्व कप में अपने सपने को भी पूरा कर लिया है यह सपना वह बचपन से देखा करते थे।अर्जेंटीना के दिग्गज खिलाड़ी माराडोना ने जब 1986 में आखिरी बार टीम को विश्व विजेता बनाया था, तब एक बच्चे ने यही सपना अपने देश के लिए भी देखा था। वह थे लियोन मेसी।
चार विश्व कप से ट्राफी की तलाश में जुटे मेसी ने 2014 में टीम को फाइनल तक भी पहुंचाया, पर वह जीत नहीं दिला सके, लेकिन इस बार उनका ये सपना सच हो गया और अर्जेंटीना 36 साल विश्व कप का खिताब अपने नाम करने में कामयाब हो गया।
लियोन मेसी ने 17 साल में 2004-05 के दौरान बार्सिलोना क्लब के लिए अपना डेब्यू किया। उन्होंने 1 मई 2005 को अल्बासेटे के खिलाफ अपना पहला गोल किया था। इसके बाद मेसी ने अर्जेंटीना की राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना शुरू किया।
बता दें कि 2012 में मेसी ने एक साल के दौरान 91 गोल किए थे, जो एक साल में किसी भी खिलाड़ी ने अन्तराष्ट्रीय स्तर पर इतने गोल नहीं किए थे।
बता दें कि मेसी ने अर्जेंटीना के लिए पांच विश्व कप खेले हैं। इससे पहले साल 2014 में अर्जेंटीना को जर्मनी से विश्व कप के फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, जब भी मेसी किसी भी बड़े टूर्नामेंट में उतरते तो उनकी तुलना माराडोना से होती थी, लेकिन उसमें भी सिर्फ एक कमी रह जाती थी, वह था टीम को विश्व कप दिलाना। हालांकि, मेसी ने रविवार को कतर में हुए फाइनल मुकाबले में ये कसर पूरी कर दी और 36 साल बाद अर्जेंटीना ने विश्व कप का खिताब अपने नाम किया।
गौरतलब है कि मेसी ने फ्रांस के विरुद्ध दो गोल दागकर कई रिकार्ड अपने नाम कर लिए हैं। पहले हाफ में जहां उन्होंने मिली पेनाल्टी का फायदा उठाते हुए गेंद को नेट में पहुंचाया, अतिरिक्त समय के दूसरे हाफ में भी उन्होंने एक गोल दागकर टीम की दावेदारी को मजबूत कर दिया। हालांकि, इसके बावजूद उन्हें जीत के लिए पेनाल्टी शूटआउट का इंतजार करना पड़ा। पेनाल्टी शूटआउट में मेसी की टीम ने गत विजेता को 4-2 से हराकर उस सपने को साकार कर दिया, जो कभी मेसी ने देखा था।