मुख्यधारा डेस्क
आज एक बार फिर भाजपा हाईकमान ने पिछले साल उत्तराखंड और गुजरात की तर्ज पर पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा (tripura) में भी बड़ा बदलाव कर दिया। त्रिपुरा में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने अचानक मुख्यमंत्री बिप्लव देव को हटा दिया है। इस्तीफे पर बिप्लव देव ने कहा कि मेरे लिए पार्टी सबसे ऊपर हैं और पार्टी का फैसला सर्वोपरि है।
उन्होंने कहा कि मैंने संगठन हित में सीएम पद से इस्तीफा दिया है। अब पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, मैं उसे निभाऊंगा। उन्होंने इस दौरान कहा कि उनकी पीएम मोदी से भी बात हुई है।
बता दें कि एक दिन पहले ही बिप्लव देव ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। भाजपा हाईकमान ने पिछले कुछ समय से चुनाव से पहले मुख्यमंत्री बदलने की जो परंपरा शुरू की है, वह अभी भी कायम है।
साल 2021 में भाजपा हाईकमान ने विधानसभा चुनाव से करीब एक साल पहले दो मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत को बदल दिया था। उसके बाद पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया था। ऐसे ही उसके बाद गुजरात में विजय रुपाणी को भी मुख्यमंत्री पद से हटाकर भूपेश पटेल को मुख्यमंत्री बनाया गया था।
बता दें कि इस साल के आखिर में गुजरात में चुनाव होने हैं। अब एक बार फिर भाजपा केंद्रीय आलाकमान ने पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा में भी वही फार्मूला लागू किया है। त्रिपुरा में भी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा हाईकमान ने आज अचानक मुख्यमंत्री बिप्लब देव को हटा दिया।
बिप्लब देव ने अपना इस्तीफा राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को सौंप दिया है। अब त्रिपुरा (tripura) के नए मुख्यमंत्री डॉ माणिक साहा होंगे। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को त्रिपुरा में पर्यवेक्षक बनाया गया है।
बता दें कि बिप्लव देब 2018 में मुख्यमंत्री बने थे। अगले साल त्रिपुरा (tripura) में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। त्रिपुरा में भाजपा नए चेहरे के साथ विधानसभा चुनाव लड़ेगी।